Vastu Shastra: बच्चों का दिल बहुत चुलबुला होता है। पल में इधर तो पल में उधर। बच्चों का मन या ध्यान एक तरफ लगाने के लिए हमें उनके कमरे में ताजी हवा का आना जरूरी है, इस ताजी हवा के साथ पॉजिटिविटी भी आती है। वास्तु शास्त्र में आज इंदु प्रकाश से जानिए घर के स्टडी रूम में खिड़की लगाने की सही दिशा के बारे में।
खिड़की से आती है पॉजिटिव एनर्जी
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे बच्चों के स्टडी रूम में खिड़कियों को कहां लगाना चाहिए। क्योंकि यह जानना जरूरी है कि कमरे की किस दिशा में खिड़कियां बनवाना ठीक होता है । घर में नेचुरल लाइट का होना बहुत जरूरी है। नेचुरल लाइट से मतलब है सूर्य की रोशनी। सूर्य की रोशनी घर में सकारात्मकता लाती है, यानी पॉजिटिविटी को अट्रैक्ट करती है। इसलिए बच्चों के पढ़ाई के कमरे में तो नेचुरल लाइट का होना बहुत ही जरूरी है। ताकि बच्चों का मानसिक विकास हो सके और वे पॉजिटिव एनर्जी से भरे रहें और इसके लिये जरूरी है कमरे में खिड़की का होना।
किस दिशा में लगाएं खिड़की
यह इसलिए भी जरूरी है कि खिड़कियां होंगी तभी तो सूरज की रोशनी अन्दर आयेगी। तो किस दिशा में खिड़की बनवाएं कि उचित ऊर्जा आपके बच्चे तक पहुंच सके। इसके लिये आप बच्चे के स्टडी रूम की पूर्वी या उत्तरी दिशा में खिड़की बनवा सकते हैं। जबकि दक्षिण दिशा में बिल्कुल भी न बनवाएं। पश्चिम दिशा में भी आप खिड़की बनवा सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।)