swapna shastra: हर इंसान सोने के बाद सपने देखता है। इनमें से कुछ अच्छे होते हैं, तो कुछ बुरे। स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने शुभ-अशुभ फल भी देते हैं। सपनों को लेकर अक्सर मन में जिज्ञासा होती है कि क्या देखा हुआ हर सपना सच होगा। इसे लेकर भी स्वप्न शास्त्र में कई बातें बताई गई है। जिसमें बताया गया है कि किस समय में देखे गए सपने सच होते हैं।
ऐसे सपने होते हैं सच
कुछ मान्यताओं के अनुसार सुबह के समय भगवान की प्रार्थना की जाती हैं। प्रातःकाल भगवान को समर्पित है, इसलिए सुबह के समय को पवित्र कहा गया है। इसलिए जब हम सुबह में समय सपना देखते हैं, तो वो कई बार सच होता है। वहीं रात को देखे गए सपने भी कभी कभार सच होते हैं तो कभी नहीं। स्वप्न शास्त्र के मुताबिक सपने देखने का समय बताता है कि वह हकीकत में बदलेगा या नहीं।
- रात के 10 बजे से 12 बजे के बीच देखे गए सपने कोई फल नहीं देते हैं।आमतौर पर ये सपने दिन में हुई घटनाओं का प्रारूप होते हैं।
- रात 12 बजे से 3 बजे के बीच देखे गए सपने सच हो सकते हैं लेकिन उन्हें सच होने में अमूमन 1 साल तक का समय लग जाता है। अगर इस समय आपकी कोई वस्तु गुम हो जाती है या कोई छीन लेता है तो इसे शुभ संकेत मन जाता है। इसका मतलब होता है कि आपके पास कहीं से ढेर सारा पैसा आने वाला है.
- वहीं ब्रह्म मुहूर्त यानी कि सुबह 3 बजे से 5 बजे के बीच देखे गए ज्यादातर सपने सच हो जाते हैं। ये 1 से 6 महीनों के बीच फल देते हैं। अगर इस समय के सपने में ऊंचाई पर चढ़ रहे हैं, तो ये सपना तरक्की मिलने और धन में वृद्धि के संकेत देता है। सपने में मंदिर या भगवान के दर्शन कुबेर देवता की कृपा बरसने की ओर इशारा करता है।
- वहीं अगर आपको आपका सुबह में बुरे सपने आते हैं तो आप उस दिन तक आप सावधानी से चले। ऐसा सपना आपके ये आपके लिए खतरा हो सकता है
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।