विशाखा नक्षत्र में जन्मे लोग होते हैं ज़िद्दी, हर हाल में पाते हैं सफलता
आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से विशाखा 16वां नक्षत्र है। विशाखा का अर्थ होता है विभाजित या एक से अधिक शाखाओं वाला ।आदि के समय सजाये गए घर के द्वार को विशाखा नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह माना जाता है।
आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से विशाखा 16वां नक्षत्र है। विशाखा का अर्थ होता है विभाजित या एक से अधिक शाखाओं वाला, विशाखा नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इसके तीन चरण तुला राशि में आते हैं और इसका चौथा चरण वृश्चिक राशि में आता है। साथ ही विकंकत के पेड़ का संबंध विशाखा नक्षत्र से बताया गया है। विकंकत बेर जाति के अंतर्गत आने वाला एक कँटीला झाड़ीदार वृक्ष है। इसे कई स्थानों पर पिण्डारा के नाम से भी जाना जाता है। जिन लोगों का जन्म विशाखा नक्षत्र में हुआ हो उन लोगों को आज के दिन विकंकत के पेड़ की उपासना करनी चाहिए और उसे किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचानी चाहिए। नक्षत्र को शक्ति, समृद्धि, सुंदरता, उपलब्धियों और खुशियों के साथ जोड़कर देखा जाता है। इस नक्षत्र में कारीगरी, चित्रकारी और औषधी से सबंधित कार्य आरंभ करना शुभ माना जाता है।
विशाखा नक्षत्र ने जन्मे लोगों के गुण
विशाखा में जन्मे व्यक्ति को अंदर की झलक दिखाने के लिए परिवेश निर्मित करता है ताकि वह अपने उस स्रोत की तलाश कर सके जो उसके अंदर ही निहित है। उसमें एक अनूठी तड़प होती है जो चीज़ों के क्रम को बदलने के लिए और कुछ बिल्कुल नया करने के लिए व्यग्र रहती है, जिसकी उसे पहले कोई जानकारी नहीं होती। उसमें कुछ असंतोष भी होता है जो जीवन के अस्तित्व के कारण और भी बढ़ जाता है और व्यक्ति अपने परिवेश को बदलने के लिए बहुत परिश्रम करता है। ऐसा व्यक्ति अचानक अपनी अंतरात्मा की खोज के लिए बहुत उत्सुक रहता है और सही उत्तर खोजकर ही रहता है, जिससे उसके जीवन में बहुत अंतर आ जाता है।
विशाखा नक्षत्र ने जन्मे लोगों की कमजोरियां
विशाखा नक्षत्र में जन्मे लोग तुनक-मिजाज होते हैं और कभी-कभी इसी कारण ही आप अपना अभीष्ट लक्ष्य प्राप्त कर पाते हैं। गलत रास्ते पर चलकर आप अपनी मंजिल से भटक भी जाते हैं और इस कारण अनाश्यक विलंब भी होता है। अपने स्वभाव के अनुसार दूसरों पर हावी होने से बचें और यथासंभव दूसरों से झगड़ा न करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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