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Hindi News धर्म शुक्र का गोचर खोलेगा इन राशियों के भाग्य का द्वार, 29 नवंबर तक रहेगी मौज ही मौज, भरपूर दौलत मिलने के बन रहे हैं योग

शुक्र का गोचर खोलेगा इन राशियों के भाग्य का द्वार, 29 नवंबर तक रहेगी मौज ही मौज, भरपूर दौलत मिलने के बन रहे हैं योग

Venus Transit 2023: आज शुक्र का गोचर होने जा रहा है। इस गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि यह गोचर आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा।

Venus Transit 2023- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Venus Transit 2023

Shukra Gochar And Horoscope: आज सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर शुक्र कन्या राशि में प्रवेश कर चुके हैं और 29 नवंबर की देर रात 1 बजकर 2 मिनट तक कन्या राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद तुला राशि में प्रवेश कर जायेंगे। शुक्र को अंग्रेजी में विनस कहते हैं। शुक्र का कारक भाव सातवां है और इसका रंग दही की तरह सफेद है। शनि, बुध व केतु शुक्र के मित्र हैं, जबकि सूर्य, चंद्र व राहु इसके शत्रु हैं और मंगल व गुरु इसके लिए सम हैं। मीन राशि में शुक्र उच्च का और कन्या राशि में यह नीच का होता है। वहीं पहले, छठे और नवें भाव को छोड़कर अन्य भावों में यह शुभ फल देता है। 

इसके अलावा शुक्र की अशुभ स्थिति में त्वचा संबंधी समस्या होती है। अगर आपका भी शुक्र खराब है तो शुक्र की स्थिति अच्छी करने के लिए गाय से संबंधी उपाय करने चाहिए और घी, दही, कपूर मोती आदि दान करना चाहिए। फिलहाल शुक्र के कन्या राशि में इस गोचर के दौरान विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या प्रभाव होंगे, शुक्र आपकी जन्मपत्रिका में किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।

 मेष राशि-  शुक्र आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु तथा स्वास्थ्य से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको भाई-बंधुओं का सहयोग मिलता रहेगा। आपके परिवार की उन्नति होगी। हालांकि संतान पक्ष से आपको आशानुसार लाभ नहीं मिल पाएगा। तो इस दौरान अपनी स्थिति ठीक बनाये रखने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए- घर की महिला अपने बालों में सोने के कलर का, यानि गोल्डन कलर का हेयर क्लिप लगाकर रखें। 

वृष राशि- शुक्र आपके पांचवे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। शुक्र के इस गोचर से आपके बुद्धि और विवेक में बढ़ोतरी होगी। संतान पक्ष से खुशखबरी मिलेगी। धर्म के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी। साथ ही इस दौरान आपको अपने सौन्दर्य प्रसाधनों को संभालकर रखने की जरूरत है। लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए- मंदिर या धर्मस्थल पर दूध का दान करें। 

मिथुन राशि-  शुक्र आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन तथा माता से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको भूमि, भवन और वाहन का सुख मिलेगा। आपको एकस्ट्रा मैरिटल रिलेशन के अवसर भी मिल सकते हैं। आपको इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए। साथ ही आपको संतान सुख की प्राप्ति होगी। नया वाहन लेने का अवसर मिलेगा। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- जमीन के नीचे काला सुरमा दबाएं। 

कर्क राशि-  शुक्र आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। लेकिन इस दौरान आपके पास चाहें कितनी ही धन-संपत्ति हो, आपको सुख की नींद आने में परेशानी आ सकती है। आपको इस दौरान अपनी मेहनत के अनुसार ही फल प्राप्त हो पायेंगे। लिहाजा शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए- अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा व्यवहार बनाकर रखें। 

सिंह राशि-  शुक्र आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन तथा स्वभाव से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति पहले से अच्छी होगी। आपको आजीविका के नये साधन मिल सकते हैं। आपको सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी। इस दौरान पशुपालन और कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को दुगना फायदा मिलेगा, लेकिन आपको अपने विरोधियों से थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए- दो सौ ग्राम गाय का घी मंदिर में दान करें। 

कन्या राशि-  शुक्र आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। पहला स्थान लग्न का, यानि स्वयं का होता है। शुक्र का यह गोचर आपके लिए शुभ फलदायक होगा। इस दौरान आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। साथ ही आपको हर तरह के सुख की प्राप्ति होगी। नौकरी के क्षेत्र में भी आपको सफलता मिलेगी। इसके अलावा आपको संतान का भी सुख मिलेगा। लिहाजा शुक्र की इन सब शुभ स्थिति का लाभ उठाने के लिए- अपने नहाने के पानी में एक चम्मच दही डालकर नहाएं। 

तुला राशि-  शुक्र आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय तथा शय्या सुख से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको दूसरों की सहायता पाने के लिए थोड़ी मेहनत करनी होगी। इस दौरान जीवनसाथी के सेहत का खास ख्याल रखें। साथ ही गृहस्थ सुख पाने के लिए आपको कोशिशें करनी पड़ सकती हैं। लिहाजा शुक्र की अशुभ स्थिति से
बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- 29 नवंबर तक प्रतिदिन गऊ माता के सामने हाथ जोड़कर आशीर्वाद लें।

वृश्चिक राशि-  शुक्र आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय तथा इच्छाओं की पूर्ति से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपकी सुंदरता बनी रहेगी। आपका स्वभाव कुछ बदला हुआ सा रहेगा। आपको धन का लाभ मिलेगा। अगर आप अपने हर काम जीवनसाथी की सलाह से करेंगे, तो निश्चित रूप से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। बहुत दिनों से अधूरी पड़ी आपकी कोई इच्छा भी पूरी होगी। अत- शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- मंदिर में चमेली का तेल दान करें। 

धनु राशि-  शुक्र आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य तथा पिता से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में सफलता प्राप्त होगी। साथ ही आपको अपने कार्यों में पिता से सहयोग मिलेगा। इस दौरान आपके पिता के करियर को भी चार चांद लगेंगे। आपको तरक्की के कई मौके मिलेंगे और आप भी उन मौकों का पूरा-पूरा
फायदा उठाने में सफल रहेंगे। लिहाजा इस शुभ स्थिति का शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- मंदिर में दही या दही से बनी किसी चीज का दान करें। 

मकर राशि-  शुक्र आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका भाग्योदय होगा। आपको अपनी मेहनत के बल पर धन लाभ होगा और संतान का सुख प्राप्त होगा। इस दौरान आप अपनी मेहनत से कुछ भी पा सकते हैं। इससे आपके जीवन की स्थिति बेहतर और मजबूत होगी। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- काली या लाल गाय की सेवा करें।

कुंभ राशि-  शुक्र आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। इस दौरान जीवनसाथी जो कहेंगे, वो आपके लिए पत्थर की लकीर होगा। शत्रुओं को परास्त करने के लिए उठाये गये कदम कारगर साबित हो सकते हैं। लिहाजा शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- आपको मंदिर में जाकर अपना सिर झुकाना चाहिए। 

मीन राशि-  शुक्र आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वभाव दूसरों के प्रति नरम बना रहेगा। आपको इस दौरान सुख की प्राप्ति होगी। जीवनसाथी से आपके रिश्ते ठीक बने रहेंगे। उनकी सेहत भी इस दौरान ठीक रहेगी। साथ ही आपको परिवार का सहयोग मिलता रहेगा। लिहाजा शुक्र के शुभ फल बनाये रखने के लिए- माता-पिता का आशीर्वाद लें। 

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

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