Surya Gochar 2024: सूर्य का मकर राशि में प्रवेश बदलेगा इन राशियों का भाग्य, मकर संक्रांति के दिन इन चीजों का दान दिलाएगा महालाभ
Sun Transit 2024: जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। सूर्य के इस राशि परिवर्तन से सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। तो आइए जानते हैं कि आपकी राशि के लिए यह गोचर कैसा है।
Sun Transit In Capricorn: इस साल सूर्य का राशि परिवर्तन 14 जनवरी 2024 को देर रात होने जा रहा है। इसी वजह से मकर संक्रांति का पर्व इस बार 14 की जगह 15 जनवरी को मनाई जाएगी। 14 जनवरी 2024 को देर रात देर रात 2 बजकर 43 मिनट पर सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद सूर्य 13 फरवरी की दोपहर बाद 3 बजकर 40 मिनट तक मकर राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को मकर संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। सूर्य के मकर राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वालों पर अलग-अलग प्रभाव होगा तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि अशुभ फलों से बचने के लिए 15 जनवरी को कौनसे उपाय को अपनाना होगा।
मेष राशि-
सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान आपके करियर और पिता की उन्नति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से करियर में आपको अपनी मेहनत का फल जरूर मिलेगा। आप काफी आगे बढ़ेंगे। साथ ही इस दौरान आपके पिता की भी तरक्की सुनिश्चित होगी। लिहाजा इस दौरान सूर्य के शुभ फल बनाये रखने के लिए सिर ढक्कर रखें। साथ ही काले और नीले रंग के कपड़े पहनना अवॉयड करें।
वृष राशि-
सूर्यदेव आपके नवे स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में नवां स्थान भाग्य का स्थान है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आप अपने काम में जितनी मेहनत करेंगे, उसका शुभ फल आपको अवश्य ही मिलेगा। साथ ही धार्मिक कार्यों में भी आपकी रुचि बढ़ेगी। लिहाजा अगले संक्रांति तक सूर्य के शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए घर में पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करें। साथ ही प्रतिदिन सूर्यदेव को नमस्कार करें।
मिथुन राशि-
सूर्यदेव आपके आठवें स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान आयु से संबंध रखता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से आपकी आयु में वृद्धि होगी और आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। लिहाजा इस दौरान सूर्य के शुभ फल सुनिश्ति करने के लिए काली गाय या बड़े भाई की सेवा करें।
कर्क राशि-
सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान जीवनसाथी का होता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से जीवनसाथी के साथ आपका तालमेल ठीक बना रहेगा और आपका वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा। लिहाजा अगली संक्रांति तक सूर्यदेव के इस गोचर का शुभ फल बनाये रखने के लिए स्वयं भोजन करने से पहले किसी दूसरे व्यक्ति को भोजन जरूर खिलाएं।
सिंह राशि-
सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान मित्र का होता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से मित्रों के साथ अच्छे रिश्ते स्थापित करने के लिएआपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। आपको इस दौरान अपने शत्रु पक्ष से बचकर रहने की जरूरत है। साथ ही अगले 30 दिनों के दौरान सूर्य के अशुभ फलों से बचने के लिएऔर शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में बाजरा दान करें।
कन्या राशि-
सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान विद्या, गुरु, विवेक, संतान और जीवन में रोमांस से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको इस दौरान अपने गुरु से बनाकर रखनी चाहिए। आपकी कही कोई बात उन्हें बुरी लग सकती है, इसलिए कोई भी बात संभलकर करें और अपना विवेक बनाये रखें। साथ ही इस दौरान आप रोमांस के मामले में कुछ पिछड़ सकते हैं। लिहाजा इस दौरान सूर्य के अशुभ फलों से छुटकारा के लिए जरूरतमंद लोगों को ऊनि वस्त्र दान करें।
तुला राशि-
सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान माता, भूमि-भवन और वाहन के सुख से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से 13 फरवरी तक आपको अपने कार्यों में माता से पूरा सहयोग मिलेगा। वो आपके हर कदम में आपका साथ देंगी। साथ ही इस दौरान आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलने की भी पूरी उम्मीद है। लिहाजा इस 13 फरवरी तक सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं।
वृश्चिक राशि-
सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान भाई-बहन और आपकी अभिव्यक्ति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको भाई-बहनों से उम्मीद के अनुसार सहयोग मिलेगा। साथ ही आप अपनी बात को दूसरे के सामने अच्छे से एक्सप्रेस नहीं कर पायेंगे। लिहाजा सूर्य के अशुभ फलों से बचने के लिएऔर शुभ फल सुनिश्चित करने के लिएप्रतिदिन सूर्यदेव के इस मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है - ऊँ घृणिः सूर्याय नमः।
धनु राशि-
सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान धन से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको धन की बढ़ोतरी के बहुत से साधन मिलेंगे। आपको अचानक से धन लाभ हो सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी। लिहाजा सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में नारियल का तेल या कच्चे नारियल का दान करें।
मकर राशि-
सूर्यदेव आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान व्यक्ति का अपना स्थान होता है। इससे किसी व्यक्ति के प्रेम, मान-सम्मान, धन और संतान के न्यायलय संबंधी कार्यों पर विचार किया जाता है। इस स्थान पर सूर्य के गोचर से लवमेट के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे। आपके पास पैसों की लगातार आवक बनी रहेगी। साथ ही आपकी संतान को भी न्यायलय संबंधी कार्यों से भरपूर लाभ मिलेगा। लिहाजा 13 फरवरी तक सूर्य के इन शुभ फलों का लाभ पाने के लिए प्रतिदिन सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को जल चढ़ाएं।
कुंभ राशि-
सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान शैय्या सुख और व्यय से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको शैय्या सुख की प्राप्ति तो होगी, लेकिन साथ ही आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होगी। लिहाजा आगली संक्रांति तक सूर्य के अशुभ प्रभावों से बचने के लिएऔर शुभ प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें।
मीन राशि-
सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर किये हैं। जन्म कुंडली में यह स्थान आमदनी और कामना पूर्ति से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपकी अच्छी आमदनी होगी। आपको आमदनी के नये स्रोत भी मिलेंगे। साथ ही आपकी जो भी इच्छा होगी, वो जरूर पूरी होगी। लिहाजा इस दौरान सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में मूली का दान करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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