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भारत में नहीं दिखाई देगा सूर्य ग्रहण तो क्या सूतक काल में फिर भी बरतनी होगी सावधानी?

साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। भारत के समयानुसार ग्रहण रात में लगेगा, ऐसे में आइए जान लेते हैं कि, ग्रहण के सूतक में सावधानियां बरतनी हैं या नहीं।

Solar Eclipse - India TV Hindi Image Source : SOCIAL Solar Eclipse

हिंदू पंचांग के अनुसार, साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आश्विन मास की अमावस्या तिथि यानी 2 अक्टूबर को लगने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर की रात 9:13 बजे शुरू होगा और 3 अक्टूबर की सुबह 3:17 बजे तक दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, जिसके कारण इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान आदि करने के बाद श्रद्धानुसार गरीब लोगों को दान करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है और सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन इसका सूतक काल भी यहां मान्य नहीं होगा. धार्मिक दृष्टि से ग्रहण को अशुभ माना जाता है, इसलिए इस दौरान धार्मिक अनुष्ठान और शुभ कार्य वर्जित होते हैं. इसके अलावा ग्रहण के दौरान बाहर जाना, खाना बनाना, खाना और सोना जैसी गतिविधियां भी सख्त वर्जित होती हैं। आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले से ही शुरू हो जाता है। 

सूतक काल में क्या सावधानियां बरतें 

यदि भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा, तो सूतक काल का प्रभाव भी सीमित होता है। सूतक काल मुख्य रूप से तब माना जाता है जब ग्रहण दृश्य होता है। हालांकि, कुछ लोग धार्मिक या सांस्कृतिक कारणों से सावधानी बरतने की सलाह देते हैं, जैसे कि पूजा-पाठ में कुछ बदलाव करना या विशेष आचरण अपनाना। भारत में सूतक तो नहीं है लेकिन, फिर भी इस दौरान आपको भगवान की मूर्तियां छूने से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाएं इस समय नुकीली चीजों को छूने से बचें। सूर्य ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए आप मंत्रों का जप कर सकते हैं, या फिर योग ध्यान कर सकते हैं। ये कार्य करने से आपको मानसिक शांति मिलती है और साथ ही देवी-देवता भी आप पर प्रसन्न होते हैं। 

सूर्य ग्रहण के बाद किए जाने वाले काम

सूर्य ग्रहण की अवधि के बाद घर में झाड़ू लगाएं और गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण करें। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से सूर्य ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जाएं घर में प्रवेश नहीं करती हैं। साथ ही घर के पूजा स्थल का भी इस दौरान आपको शुद्धिकरण अवश्य करना चाहिए। सूर्य ग्रहण से पहले बना भोजन यदि आप सूर्य ग्रहण के बाद खाने वाले हैं तो आपको उस भोजन में तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए। इससे भोजन शुद्ध हो जाता है। 

(ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।)

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