Shaniwar Upay: आज शनिवार के दिन जरूर करें ये उपाय, शनि देव सभी परेशानियों से दिलाएंगे छुटकारा, जीवन बनेगा समृद्ध
Saturday Remedies: शनिवार के दिन भगवान शनि देव की पूजा का विधान है। इस दिन शनि देव से जुड़े इन उपायों को करने से जीवन की समस्त परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
Shaniwar Ke Upay: सप्ताह का शनिवार का दिन भगवान शनि देव को समर्पित है। इस दिन शनि देव को सरसो तेल और काला तिल अर्पित करने से साढ़ेसाती, ढैय्या जैसे दोष का दुष्प्रभाव कम होता है। इसके अलावा शनिवार के इन विशेष उपायों को करने से जीवन की अलग-अलग समस्याओं का समाधान मिल जाता है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं शनिवार के दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में जिसे करके आप अपने जीवन में चल रही समस्त परेशानियों से छुटकारा पाने में सफल होंगे।
1. अगर आप कोर्ट-कचहरी से जुड़े किसी मामले में बुरी तरह से फंसे हैं और उससे पीछा छुड़ाना चाहते हैं तो आज शनिवार के दिन थोड़ी-सी उड़द की दाल लेकर पीपल के पेड़ के पास जमीन में दबा दें और पीपल के पेड़ के सामने दोनों हाथ जोड़कर अपनी परेशानी से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करें।
2. अगर आप अपने जीवन में बार-बार आती परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो उसके लिए आज के दिन स्नान आदि के बाद शनि देव के इस मंत्र का एक माला यानि 108 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है-'ॐ शं शनैश्चराय नम:'। आज के दिन इस मंत्र का जप करने से आपका जीवन खुशियों से भर जाएगा।
3. अगर आप अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को काले रंग के चमड़े का जूता या काले रंग का छाता भेंट करें। आज के दिन ऐसा करने से आपकी आमदनी में जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
4. अगर आप अपने शत्रुओं से परेशान हैं और उनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज के दिन आप शनि देव के इस विशेष मंत्र का जप करें। मंत्र इस प्रकार है-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:। इस मंत्र का 21 बार जप करें और जप करने के बाद पीपल के वृक्ष की जड़ में जल चढ़ाना न भूलें।
5. अगर आप अपने नये बिजनेस से संबंधित किसी लीगल मैटर में उलझ गये हैं तो उससे बाहर निकलने के लिए आज के दिन शनि स्तोत्र में दिये शनि देव के इस मंत्र का जप करें। मंत्र इस प्रकार है-
अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते। नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते।।
6. शनि की ढैय्या के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो आज के दिन एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें एक रुपये का सिक्का डालें। अब उस कटोरी में अपना चेहरा देखने की कोशिश करें और फिर उस तेल को सिक्के समेत शनि का दान लेने वाले यानि किसी डाकौत को दान में दे दें। ये क्रिया आप आज शनिवार से शुरू करके अगले सात शनिवार तक जारी रखेंगे तो और भी शुभ फलदायी होगा बाकी आपकी इच्छा पर निर्भर करता है।
7. अगर आप लंबी आयु का वरदान पाना चाहते हैं और ताकतवर बनना चाहते हैं तो आज शनिवार के दिन आप शनि स्तोत्र का पाठ करें। अगर शनि स्तोत्र आपके पास उपलब्ध न हो या आप उसे पढ़ने में समर्थ न हो तो शनि स्तोत्र का ऑडियो सुन लें। ऑडियो आपको इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हो जाएगा।
8. अगर आपका कोई जान-पहचान वाला आपको किसी क्षेत्र विशेष में प्रसिद्धि पाने से रोक रहा है वह बार-बार आपके काम में अडंगा लगा रहा है तो आज के दिन थोड़ी-सी साबुत उड़द की दाल में दो-चार बूंद सरसों का तेल मिलाकर शनि देव के मंदिर में रख आयें। अगर घर के आस-पास शनि देव का कोई मंदिर न हो तो पीपल के पेड़ के नीचे रख आयें।
9. अपने घर-परिवार को दूसरों की बुरी नजर से बचाने के लिए आज के दिन स्नान आदि के बाद सबसे पहले शनि देव की आराधना करें। उसके बाद एक काले रंग का कपड़ा लेकर किसी लौहार बढ़ई या किसी मोची को दान कर दें। आज के दिन ऐसा करने से आपके घर-परिवार को किसी की बुरी नजर नहीं लगेगी।
10. अगर आप अपने बिजनेस को तरक्की की नई ऊंचाईयों पर चढ़ते देखना चाहते हैं तो आज के दिन आप शनि स्तोत्र में दिये गए इस मंत्र का जप करें। मंत्र इस प्रकार है- नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च। नम: कालाग्नि रूपाय कृतान्ताय च वै नम:।।
11. अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाये रखना चाहते हैं तो उसके लिए आज के दिन एक लोटा जल में थोड़े-से काले तिल मिलाकर पीपल की जड़ में डाल दें और प्रार्थना करते हुए पीपल के पेड़ की 5 परिक्रमा करें। आज के दिन ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
12. अपनी किसी खास इच्छा की पूर्ति के लिए शनिवार के दिन शाम के समय अपनी लंबाई के बराबर कच्चा सूत लें। अब उस धागे को साफ पानी से धोकर आम के पत्ते पर लपेट लें और अपनी इच्छा मन में बोलते हुए उस पत्ते को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-
दूसरे विवाह का कारण बन सकते हैं कुंडली के ये ग्रह, क्या आपकी कुंडली में भी हैं ये स्थितियां, जानें