भारत का ऐसा गांव जहां किसी भी घर में नहीं है दरवाजे, दुकानों और बैंकों तक में नहीं लगता है ताला
Village Without Doors In India: भारत का इकलौता गांव जहां कोई चोरी नहीं होती है। इस गांव के घर बिना दरवाजे और ताले के हैं इसके बावजूद यहां चोर आने से कतराते हैं। आखिर इसके पीछे क्या वजह है? यहां जानिए इस अनोखे गांव की कहानी।
Shani Shingnapur: आज जब हर दिन चोरी, छीना झपटी और डकैती की खबरें सामने आती है, वहीं भारत में ऐसी जगह भी है जहां किसी घर से एक सुई तक गायब नहीं होती है। शायद दुनिया का यह पहला गांव होगा जहां के घर बिना दरवाजा के हैं। इतना ही नहीं यहां स्थित बैंक और बड़ी-बड़ी दुकानों में भी ताले नहीं लगाए जाते हैं। जी हां आपने सही सुना कलुयग के इस दौर में भी बिना दरवाजा और ताले वाले घरों में कभी कोई चोरी नहीं होती है। पैसा तो छोड़िए यहां चोर कोई छोटी सी चीज भी छूने से थर-थर कांपने लगते हैं। तो चलिए आज हम भारत के इस अनोखे गांव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
किसी भी घर-दुकान में नहीं लगता है ताला
भारत का यह अनोखा गांव महाराष्ट्र में स्थित है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं शनि शिंगणापुर के बारे में। यह गांव भगवान शनिदेव के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। दूर-दूर से भक्त यहां शनिदेव महाराज के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां भगवान शनि की 5 फीट ऊंची मूर्ति स्थित है। कहते हैं कि शनि देव ही शिंगणापुर गांव की रक्षा करते हैं। आपको बता दें कि शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। वो मनुष्य के हर अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं। बुरे कामों को करने वाले को शनि देव दंडित करते हैं और पुण्य कार्यों को करने वाले को अपना आशीर्वाद देते हैं। इसी वजह से कहा जाता है कि शनि देव की दृष्टि चाहे तो राजा को रंक और रंक को राजा बना सकते हैं।
शनि शिंगणापुर गांव के लोगों की इस बात पर अटूट आस्था और विश्वास है कि शनिदेव उनकी और उनके घरों की सदैव रक्षा करेंगे। आज भी इस गांव के लोग इन्हीं मान्यताओं पर कायम है और घरों में कोई दरवाजा या दुकानों पर ताला नहीं लगाते हैं। आपको इस गांव में सभी घर बिना दरवाजे के मिल जाएगा। जानकारी के मुताबिक, यूको बैंक ने शनि शिंगणापुर में अपनी पहली लॉकलेस शाखा को इंस्टॉल किया है। गांव वालों की मान्यताओं को देखते हुए बैंक के दरवाजे पर कोई लॉक नहीं लगाया गया है। यहां सिर्फ शीशे का एंट्रेंस बनाया गया है।
शनि शिंगणापुर में चोरी नहीं होने की क्या है वजह?
पौराणिक प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, एक बार गांव में भारी वर्षा हुई थी उसी दौरान ग्रामीणों को काली चट्टान का एक बड़ा शिला मिला और जब लोगों ने उसे दबा कर देखा तो उसमें से खून बह रहा था। उसी रात के बाद गांव के मुखिया में एक सपना देखा, जहां शनिदेव ने उन्हें गांव में एक मंदिर बनाने का आदेश दिया और कहा कि मंदिर में कोई नहीं रहना चाहिए। शनिदेव ने मुखिया से कहा की वे इस गांव की हमेशा रक्षा करेंगे। इस तरह यहां शनिदेव का मंदिर बनाया गया। मान्यताओं के मुताबिक, शनिदेव साक्षात इस गांव में मौजूद हैं और गांव वालों की रक्षा करते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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