सूर्य-शुक्र और केतु 18 साल बाद बनाएंगे युति, इन 3 राशियों पर दिखेगा शुभ प्रभाव, धन और मान-सम्मान की होगी प्राप्ति
सितंबर मध्य में शुक्र-केत और सूर्य की युति होगी। इसके प्रभाव से राशिचक्र की 3 राशियों को शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं, आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में।
सितंबर के महीने में सूर्य ग्रह जब कन्या राशि में प्रवेश करेंगे तो एक ऐसी घटना घटेगी जो 18 साल पहले घटी थी। सूर्य के 16 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश करने के बाद सूर्य-शुक्र और केतु की त्रिग्रही युति होगी। ऐसा संयोग 18 साल पहले बना था। ग्रहों की इस युति के प्रभाव से राशिचक्र की कुछ राशियों को विशेष लाभ प्राप्त हो सकते हैं, आज हम आपको इन्हीं राशियों के बारे में अपने इस लेख में जानकारी देंगे।
सिंह राशि
आपके लिए सूर्य के साथ शुक्र और केतु की युति कई मायनों में लाभदायक सिद्धि होगी। आर्थिक मामलों को लेकर जो परेशानियां झेल रहे हैं वो दूर हो सकती हैं। आपके पास भविष्य को लेकर सही नजरिया होगा और हर कार्य को सही तरीके से आप पूरा कर पाएंगे। इस दौरान कारोबार करने वाले इस राशि के जातक मुनाफा कमाने में कामयाब होंगे। समाज के कुछ गणमान्य लोगों से भी आपको मुलाकात होने की संभावना है। जो लोग पब्लिक डीलिंग करते हैं उनके लिए सितंबर मध्य के बाद का समय काफी अनुकूल हो सकता है।
कन्या राशि
आपकी ही राशि में त्रिग्रही युति होगी, इसलिए कई अच्छे प्रभाव इस युति से आपको मिल सकते हैं। इस राशि के जो लोग पुलिस या जासूसी विभाग में कार्यरत हैं उनको बड़ी उपलब्धि हासिल हो सकती है। मानसिक रूप से आपमें अच्छे बदलाव आएंगे, सही समय पर सही फैसला आप ले सकते हैं। सामाजिक स्तर पर आपका प्रभाव बढ़ेगा, राजनीति के क्षेत्र में हैं तो प्रशंसकों की संख्या बढ़ सकती है। धन का संचय करने में भी आप कामयाब होंगे और किसी से उधार लिया था तो चुका पाएंगे। इस समयकाल के दौरान आप घर के लोगों के साथ मिलकर कहीं घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं।
धनु राशि
आपके कर्म भाव में तीन ग्रह युति करेंगे। ग्रहों की यह स्थिति आपको करियर के क्षेत्र में लाभ दिला सकती है। सितंबर मध्य के बाद आपको अचानक से पदोन्नति मिल सकती है, या फिर आमदनी में वृद्धि हो सकती है। पैसा कमाने के एक से अधिक स्रोत इस दौरान धनु राशि के कई लोग पा सकते हैं। अपना कारोबार करते हैं तो उसका भी विस्तार हो सकता है। धर्म-कर्म के कार्यों में भी आपको रुचि रहेगी और किसी धार्मिक आयोजन में भी आप हिस्सा ले सकते हैं। आपकी वाली से भी इस दौरान लोग प्रभावित होंगे। घर परिवार का माहौल अच्छा रहेगा जिसे आपको भी मानसिक शांति का अनुभव हो सकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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