Samudrika Shastra: सामुद्रिका शास्त्र के अनुसार हम किसी भी व्यक्ति के शरीर की आकृत से उसके बारे में जान सकते हैं। सामुद्रिका शास्त्र प्राचीन समय की ज्योतिष शास्त्र की शाखाओं मे से सबसे प्रमुख विद्या है। इसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति को देख कर उसके भविष्य में होने वाली गतिविधियों के बारे में जाना जा सकता है। आइए आचार्य इंदु प्रकाश से आज उन लोगों के बारे में जानते हैं जिनके दांतों के मध्य में खालीपन होता है और यह भी जानते हैं कि उनका स्वभाव कैसा होता है।
इस तरह के दांत वाले होते हैं बुद्धिमान
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार वो लोग जिनके दांतों के बीच थोड़ा खालीपन बना रहता है ऐसे लोग बहुत ही बुद्धिमान और चतुराई रखने वाले होते हैं। ये दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं। साथ ही बहुत समझदारी के साथ अपना काम करते हैं और दूसरों के सामने ये अपने आपको इतनी अच्छी तरह से प्रेजेंट करते हैं, कि सामने वाला व्यक्ति इनसे बहुत जल्दी प्रभावित हो जाता है।
स्वाभाव के कारण होते हैं आलसी
लेकिन इतनी समझदारी के बावजूद इनके अंदर एक बुरी आदत भी होती है। ये लोग कमाने के लिए बहुत आलसी होते हैं। ये खुद से काम न करने के बजाय अपने मां-बाप की संपत्ति का फायदा उठाते हैं। ये घर की संपत्ति पर आश्रित हो कर बैठ जाते हैं और आलस के कारण जीवन में सफलता को नहीं प्राप्त कर पाते हैं।
सबसे ज्यादा होते हैं ईमानदार
जिनके दातों के बीच खालीपन होता है वो लोग स्वाभाव के बहुत ईमानदार और भरोसेमंद होते हैं। सामुद्रिका शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग बहुत ईमानदार होते हैं और समाज में इनकी एक अच्छी छवि इनके सरल स्वाभाव और भरोसेमंद होने के कारण होती है।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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