Samudrika Shastra: करवट बदलकर या पेट के बल कैसे सोते हैं आप? सोने के तरीके से जानें व्यक्ति की अच्छाई और बुराई
Samudrika Shastra: आपके सोने का तरीका आपके व्यक्तित्व के बारे में काफी कुछ जानकारी देता है। आप भी जान लें सोने के तरीके से क्या बातें पता चलती हैं।
Samudrika Shastra: सामुद्रिक शास्त्र में आपके सोने के तरीके से भी आपके व्यक्तित्व की जानकारी मिलती है। सोने का तरीका आपकी अच्छाई और बुराई की जानकारी दे देता। साथ ही जीवन को लेकर आपका क्या नजरिया है इसकी जानकारी भी आपके सोने के तरीके से पता चल जाती है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि, सोने का तरीका क्या कुछ आपके बारे में बता सकता है। इन बातों को जानकर आप सोने के तरीके से किसी भी व्यक्ति के अच्छे बुरे पक्षों के बारे में जान सकते हैं।
पीठ के बल सोना
ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं होती। ये स्पष्टवादी और आत्मविश्वास से भरे रहते हैं। जीवन में प्रतिष्ठा और सम्मान भी इनको खूब मिलता है। अक्सर इनके लक्ष्य बड़े होते हैं और उन्हें प्राप्त करने के लिए मेहनत भी ये खूब करते हैं। हालांकि कई बार अति आत्मविश्वास घमंड में भी बदल जाता है, जिसके कारण लोग इनसे दूरी बना सकते हैं।
पेट के बल सोना
ऐसे लोगों को बेहद जिज्ञासू और रचनात्मक माना जाता है। कम उम्र में ही ये आत्मनिर्भर हो सकते हैं। हर परिस्थिति में ढलने की इनकी अच्छी आदत इन्हें लोकप्रिय बनाती है। इनकी खामियों की बात की जाए तो कभी-कभी ये जिद्दी हो सकते हैं और दूसरों की बातों को नजरअंदाज कर सकते हैं।
दायीं ओर करवट लेकर सोना (दाएं या बाएं)
ऐसे लोग सामाजिक माने जाते है। दया का भाव हमेशा इनके मन में बना रहता है, दूसरों की मदद करने के लिए भी ये हमेशा तत्पर नजर आते हैं। रिश्तों को कैसे निभाना है ऐसे लोग भली भांति जानते हैं। इनका स्वभाव बेहद विनम्र होता है। आसानी से ये किसी पर भी विश्वास कर लेते हैं और कई बार इसकी वजह से इनको धोखा खाना पड़ सकता है।
बाईं ओर करवट लेकर सोना
ऐसे लोगों को बेहद व्यवहारिक माना जाता है। निर्णय लेने की इनकी क्षमता और से बेहद अच्छी होती है। इनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। रिश्तों को भी ये अच्छी तरह से निभाते हैं। हालांकि अत्यधिक भावुक होने के कारण छोटी-छोटी बातें इन्हें चुभ सकती हैं।
घुटने मोड़कर सोना
ऐसे लोगों में हर किसी के प्रति सहानुभूति रखने वाले होते हैं। इसलिए लोग इनसे जुड़ने की भी कोशिश करते हैं। हालांकि इनमें आत्मविश्वास की कमी दखने को मिल सकती है। इन्हें सुरक्षा और स्थिरता की जीवन में बेहद आवश्यकता होती है।
उलझे हुए तरीके से सोना (हाथ पैरे को अलग-अलग दिशाओं में रखकर)
ऐसे लोगों के अंदर बेचैनी और मानसिक अस्थिरता देखने को मिल सकती है। इन लोगों में उत्साह तो बहुत अधिक होता है लेकिन, योजनाओं को पूरा करने में ये असफल हो सकते हैं। हालांकि इनका स्वभाव सहज होता है और सबके साथ ये घुल मिलकर रहते हैं।
हाथ-पैर फैलाकर सोने वाले
ऐसे लोग निडर और स्वतंत्र विचार वाले माने जाते हैं। जीवन को खुलकर जीना इन्हें पसंद आता है। नकारात्मक संगति और चीजों से ये दूर रहते हैं। ऐसे लोगों को जिंदादिल माना जाता है। हालांकि कई बार बेवजह के रिस्क लेकर ये मुश्किलों में फंस सकते हैं।
सोते समय बार-बार करवट बदलना
ऐसे लोग बहुत बेचैन और उलझे हुए हो सकते हैं। इनको किसी भी फैसले पर पहुंचने में बहुत परेशानी हो सकती है। पारिवारिक जीवन में भी ये कटे-कटे नजर आ सकते हैं। अत्यधिक संवेदनशील होने के कारण ये कई बार जीवन में गलत संगति में फंस सकते हैं और बुरी आदतों का शिकार हो सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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