Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र में मनुष्य के शरीर के अंगों से जुड़ी कई बातें बताई गई है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, आप किसी व्यक्ति के अंगों की बनावट के आधार पर उसके बारे में बहुत कुछ पता लगा सकते हैं। इसमें यह भी यह भी बताया गया है कि घर से बाहर निकलते समय पहले कौन-सा पैर बाहर रखना चाहिए। कहा जाता है कि यदि आप सही पैर बाहर रखेंगे तो आप जिस काम के लिए जा रहे हैं उसमें आपको सफलता मिलेगी। आइए जानते हैं।
कौन सा पैर रखना होता है शुभ?
आपने बहुत बार घर के बड़े-बुजुर्गों से ये कहते सुना होगा कि घर से बाहर निकलते समय अपना दायां पैर पहले रखना चाहिए। ये कहावत बहुत पुरानी है और अच्छी भी है। जब हम किसी जरूरी काम से घर से बाहर जाते हैं और घर से बाहर निकलते समय अपना दायां पैर पहले रखते हैं, तो ऐसा माना जाता है कि इससे आपके सारे काम बहुत अच्छे से पूरे होंगे और आपको रास्ते में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। चूंकि किसी भी काम के लिए उठाया गया पहला कदम ही हमारी आगे की मंजिल तय करता है और दायां, यानी सीधा पैर सकारात्मकता को दर्शाता है।
इसलिए अगर आप भी किसी जरूरी काम के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो पहले अपना दायां पैर दहलीज के बाहर रखें। इससे आपका दिन अच्छा बीतेगा और आपका काम भी अच्छे से पूरा होगा। आपने ऐसा भी देखा होगा कि घर में जब शादी करके नई दुल्हन को लाया जाता है, तो उससे सबसे पहले अपना दायां पैर घर के अंदर रखकर चावल से भरे कलश को गिराने के लिए कहा जाता है।
बायां पैर पहले बाहर रखने से घर में आती है निगेटिविटी
ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से घर में खुशियां आती हैं और घर का माहौल भी ठीक बना रहता है। जबकि बायां, यानी उल्टा पैर पहले रखना निगेटिविटी का संकेत है। इसलिए अगर आप भी किसी शुभ काम के लिए या किसी अच्छे काम के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो सबसे पहले अपना दाया पैर ही घर के बाहर रखें। इससे आपका हर काम बनेगा।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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