घर की इस दिशा में होता है राहु-केतु का वास, यहां गलती से भी न रखें ये 5 चीजें
वास्तु में राहु और केतु की दिशा दक्षिण-पश्चिम मानी गयी है। घर की इस दिशा में आपको कुछ चीजें रखने से बचना चाहिए, आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
राहु और केतु को ज्योतिष में पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। वास्तु में भी इन ग्रहों को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि ये दोनों ही ग्रह व्यक्ति के जीवन में उथल-पुथल मचा सकते हैं। हालांकि, इनकी स्थिति का सही से आकलन किया जाए और इनसे जुड़ी सावधानियां और उपाय आजमाए जाएं तो ये शुभ परिणाम भी व्यक्ति को दे सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि, अपने घर में आपको राहु-केतु से जुड़ी क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। घर की कौन सी दिशा में राहु-केतु का प्रभाव होता है? इन स्थानों पर आपको क्या चीजें रखने से बचना चाहिए।
इस दिशा में होता है राहु केतु का वास
घर के नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम दिशा) में राहु-केतु का निवास होता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा के स्वामी भी राहु और केतु ही हैं। इसलिए कभी भी इस दिशा में आपको कुछ विशेष चीजों को नहीं रखना चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारे में।
तिजोरी और आभूषण इस दिशा में न रखें
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में आपको गलती से भी तिजोरी नहीं रखनी चाहिए। तिजोरी इस स्थान पर रखने से लाभ की जगह आपको नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही सोने-चांदी के आभूषण आदि भी इस दिशा में रखना शुभ नहीं माना जाता।
इस दिशा में न रखें किताबें और ना ही बनाएं स्टडी रूम
राहु-केतु को ज्योतिष में भ्रम पैदा करने वाला ग्रह माना जाता है। इसके साथ ही ये आपकी एकाग्रता पर भी बुरा असर डाल सकते हैं। इसलिए कभी भी इस दिशा में पढ़ाई का सामान आपको नहीं रखना चाहिए। इसके साथ ही बच्चों का स्टडी रूम भी इस दिशा में नहीं होना चाहिए, इससे बच्चों का मन पढ़ाई से भटक सकता है।
इस दिशा में न रखें तुलसी का पौधा
नैऋत्य कोण में तुलसी का पौधा रखना भी अच्छा नहीं माना जाता। इस दिशा में तुलसी को रखने से आपको शुभ परिणामों के स्थान पर अशुभ प्रभाव मिल सकते हैं। तुलसी का पौधा इस दिशा में हो तो घर में नकारात्मकता का वास हो सकता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में न बनाएं पूजा स्थल
घर का पूजा स्थल भी इस दिशा में नहीं बनाना चाहिए। पूजा स्थल के लिए सबसे सही दिशा उत्तर-पूर्व को माना जाता है। अगर आप गलती से दक्षिण-पश्चिम दिशा में पूजा स्थल बनाते हैं तो घर-परिवार में कलह हो सकते हैं। साथ ही पूजा का वैसा परिणाम आपको नहीं मिलता जैसा आप चाहते हैं।
घर का टॉयलेट भी न हो इस दिशा में
दक्षिण-पश्चिम दिशा में आपको घर का टॉयलेट बनाने से भी बचना चाहिए। अगर आप इस दिशा में टॉयलेट बनाते हैं तो आपको कई परेशानियों का सामना जीवन में करना पड़ सकता है। यहां टॉयलेट बनाने से आपके घर में दरिद्रता आ सकती है।
दक्षिण पश्चिम दिशा में बनाएं ये चीजें
इस दिशा में आप मशीनें, टीवी, रेडियो, खेलकूद का सामान, घर के मुखिया का कमरा आदि बना सकते हैं। इन चीजों को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने से आपको लाभ होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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