A
Hindi News धर्म बल, बुद्धि और साहस का संपूर्ण रूप होते हैं मघा नक्षत्र में जन्मे लोग, कुंडली में होता है राजयोग

बल, बुद्धि और साहस का संपूर्ण रूप होते हैं मघा नक्षत्र में जन्मे लोग, कुंडली में होता है राजयोग

आकाशमंडल में स्थित कुल 27 नक्षत्रों में से दसवां स्थान मघा नक्षत्र का है। मघा नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह राज सिंहासन को माना गया है।

Magha Nakshatra - India TV Hindi Image Source : FREEPIK Magha Nakshatra

कल सुबह 9 बजकर 1 मिनट के बाद मघा नक्षत्र लग जायेगा। आकाशमंडल में स्थित कुल 27 नक्षत्रों में से दसवां स्थान मघा नक्षत्र का है। मघा नक्षत्र का अर्थ है - बलवान या महान। इसका प्रतीक चिन्ह राज सिंहासन को माना जाता है, जो कि शासन, शक्ति और प्रभुत्व के साथ जुड़ा हुआ है। आपको बता दूं कि मघा नक्षत्र में तालाब बनवाना, कुएं खुदवाना, चिकित्सा का कार्य, विद्या अध्ययन, लेखन और शिल्प आदि से संबंधित कार्य करना शुभ माना जाता है।

मघा नक्षत्र के स्वामी केतु हैं, जबकि इसके अधिपति देवता पितरों को माना जाता है और इसके चारों चरण सिंह राशि में स्थित होते हैं। जिसके कारण इस नक्षत्र के सिंह राशि पर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा मघा नक्षत्र का संबंध बरगद के पेड़ से बताया गया है। अत: जिनका जन्म मघा नक्षत्र में हुआ हो उन लोगों को आज बरगद के पेड़ को किसी भी तरह की क्षति नहीं पहुंचानी चाहिए, न ही उसके पत्तों को तोड़ना चाहिए और न ही उसकी लकड़ी को तोड़कर किसी प्रयोग में लाना चाहिए। इसके बजाय आपको आज बरगद के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए और उसकी पूजा करनी चाहिए। 

मघा नक्षत्र के प्रभाव में आने वाले जातक सामान्य तौर पर सामाजिक व्यवहार में अच्छे देखे जाते हैं। साथ ही ये सहनशील, श्रेष्ठ बुद्धि वाले, स्पष्टवादी और धार्मिक कार्यों में रूचि रखने वाले होते हैं। इन लोगों के पास अच्छी धन- संपत्ति होती है, लेकिन इन्हें पिता का सुख कम ही मिल पाता है।

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7।30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)

इन समय पर जन्मे लोगों को इस साल मिलेंगे शुभ समाचार, पैसों के मामले में बेहद भाग्यशाली रहेंगे ये लोग

साहसी और ज़िद्दी होते हैं अश्लेषा नक्षत्र में जन्मे लोग, इन क्षेत्रों में होते हैं सफल

जिनका अंगूठा होता है गोलाकार वह व्यक्ति रचते हैं कीर्तिमान, जानिए क्या कहता है सामुद्रिक शास्त्र