Budh Ka Vakri Gochar 22 August: बुध 22 अगस्त से चलेंगे वक्री चाल, कर्क में बैठकर लेंगे इन 3 राशियों की परीक्षा, सेहत और आर्थिक पक्ष को लेकर रहें सतर्क
Budh Vakri: बुध ग्रह 22 अगस्त से 4 सितंबर तक कर्क राशि में वक्री गति करेंगे। यह समय किन राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है, आइए जानते हैं।
Budh Vakri: बुध ग्रह 22 अगस्त को वक्री चाल चलते हुए सिंह राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध का यह गोचर 22 अगस्त की सुबह लगभग 6 बजकर 22 मिनट पर हो गया है। अब बुध कर्क राशि में 4 सितंबर तक वक्री चाल चलेंगे। ऐसे में राशिचक्र की कुछ राशियों के जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। ये राशियां कौन-कौन सी हैं और किन क्षेत्रों में इनको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है आइए जानते हैं।
बुध वक्री
ग्रहों के राजकुमार बुध को बुद्धि, तार्किक क्षमता, कारोबार आदि का कारक माना जाता है। इसलिए जब भी बुध अपनी चाल बदलता है तो हर राशि को इन क्षेत्रों में अच्छे बुरे प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। बुध की वक्री गति 22 अगस्त से 4 सितंबर तक किन राशियों की परीक्षा लेगी, अब जान लेते हैं।
सिंह राशि
आपकी राशि से द्वादश भाव में बुध ग्रह वक्री होंगे। यह भाव हानि का माना जाता है। इस भाव में बुध के होने से सिंह राशि के जातकों आर्थिक नुकसान हो सकता है। अगर कोई उधार मांगे तो बुहत सोच-समझकर आगे बढ़ें, जिन लोगों पर विश्वास नहीं है उन्हें उधार देने से आपको बचना होगा। इस दौरान सिर में दर्द की समस्या से भी कुछ लोग परेशान हो सकते हैं, योग ध्यान करने से आपको लाभ होगा। कार्यक्षेत्र में कोई सहकर्मी आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है, इसलिए संभलकर रहें, जितना जरूरी है बस उतनी बात करें। हालांकि सिंह राशि के उन लोगों को इस दौरान लाभ हो सकता है जो विदेशों से जुड़ा कारोबार करते हैं।
धनु राशि
इस राशि के जातकों के जातकों को मानसिक कष्टों का इस दौरान सामना करना पड़ सकता है। कुछ पारिवारिक मामले आपको उलझाए रखेंगे जिसके असर आपके सामाजिक और पेशेवर जीवन पर भी देखने को मिल सकता है। बुध आपके अष्टम भाव में वक्री होंगे इसलिए त्वचा से संबंधित विकार होने की भी अशंका है, ज्यादा तली भुनी चीजों को खाने से आपको बचना होगा। इस राशि के कुछ जातकों को अचानक से धन हानि भी हो सकती है, इसलिए लेन-देने करते समय बेहद सावधान आपको रहना होगा।
कुंभ राशि
बुध ग्रह आपकी राशि से छठे भाव में वक्री चाल चलेंगे। इस दौरान माता के पक्ष के लोगों से अनबन हो सकती है, नाना-नानी की तबीयत भी इस दौरान बिगड़ सकती है। इसके साथ ही आपका शत्रु पक्ष भी इस दौरान सक्रिय हो सकता है। आपकी एक छोटी सी गलती को भी बड़ा करके दिखाने की कोशिश कार्यक्षेत्र में आपके विरोधी कर सकते हैं। उदर से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए अपना ख्याल आपको रखना होगा, जो खाद्य पदार्थ आसानी से आप पचा नहीं पाते, उनका सेवन न करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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