Maha Kumbh 2024: हर 12 साल में महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। नए साल में संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ मेले की शुरुआत होने वाली है। हिंदू धर्म में इस महाकुंभ का विशेष महत्व बताया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी जातक महाकुंभ मेले में स्नान करता है उसे सभी पापों से मुक्ति मिलती है और कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। तो अगर आप महाकुंभ जाने वाले हैं तो वहां से इन चीजों को अपने घर जरूर लेकर आएं। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि और संपन्नता आती है। इसके साथ ही भाग्य का साथ मिलता है।
मिट्टी
प्रयागराज में तीन पवित्र नदियों का संगम है गंगा, यमुना और सरस्वती, इसलिए इस शहर को संगम नगरी के नाम से भी जाना जाता है। संगम किनारे लगने वाला महाकुंभ मेले का भी खास महत्व होता है। तो अगर आप महाकुंभ मेला जा रहे हैं तो यहां से संगम की मिट्टी जरूर घर लेकर आएं। यह मिट्टी बहुत ही पवित्र मानी जाती है। संगम की मिट्टी पूजा स्थल या मुख्य द्वार पर रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
शिवलिंग
महाकुंभ मेले से शिवलिंग घर लाना भी अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। इसके अलावा आप चाहे तो पारस पत्थर भी घर ला सकते हैं। इसे पूजा वाले स्थान पर रखने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
गंगाजल
महाकुंभ जा रहे हैं तो वहां से गंगाजल लाना बिल्कुल भी न भूलें। गंगाजल को घर लाकर पूजा घर या किसी साफ-सुथरे जगह पर रखें। इससे घर में समृद्धि और संपन्नता बनी रहती है। इसके साथ ही घर-परिवार में सकारात्मक का माहौल बना रहता है।
तुलसी
महाकुंभ मेले से आप तुलसी भी घर ला सकते हैं। तुलसी को घर में रखने से दरिद्रता दूर होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। वहीं ध्यान रहें कि तुलसी के पास नियमित रूप से शाम के समय दीया जलाएं और सुबह में जल अर्पित करें। तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही धन-धान्य में बरकत होती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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