Lunar Eclipse 2025: आज इतने बजे से लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
Chandra Grahan 2025 Timing: आज होली पर चंद्र ग्रहण का साया मंडरा रहा है। ऐसे में यहां जानिए चंद्र ग्रहण की टाइमिंग से लेकर नियम के बारे में।

Chandra Grahan 2025: आज यानी कि होली के दिन साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है। हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ समय माना गया है। ऐसे में ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। ग्रहण के समय मंदिर तक के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। बता दें कि ग्रहण के दिन सूतक काल का बहुत अधिक अधिक महत्व होता है। चंद्र ग्रहण में सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। सूतक लगने पर घर के सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डाल दिया जाता है। तो आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण कितने बजे से लगेगा और इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
होली के दिन चंद्र ग्रहण कितने बजे से लगेगा?
भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण 14 मार्च को सुबह 10 बजकर 39 मिनट पर लगेगा। चंद्र ग्रहण समाप्त दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर होगा। बता दें कि साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। हालांकि ग्रहण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा?
यह ग्रहण मध्य एशिया के यूरोप, पश्चिम अफ्रीका, प्रशांत महासागर, उत्तरी अमेरिका, अटलांटिक महासागर, दक्षिणी अमेरिका, आर्कटिक और अंटाकिटिका में दिखेगा।
चंद्र ग्रहण के समय न करें ये काम
- ग्रहण में वातावरण की किरणें नकारात्मक प्रभाव छोड़ती हैं इसलिए ग्रहण में कुछ भी खाने-पीना नहीं चाहिए।
- चंद्र ग्रहण के दौरान के दौरान पूजा पाठ-पाठ न करें और न ही भगवान की मूर्ति को स्पर्श करें।
- ग्रहण के समय खाने-पीने की चीजें नहीं बनानी चाहिए। इस दौरान धारदार कैंची, चाकू और सुई का इस्तेमाल भी न करें।
- गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान बाहर न निकलें।
- ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम शुरू करने से बचें।
- ग्रहण के समय तामसिक भोजन का सेवन न करें।
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए?
- चंद्र ग्रहण के समय ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इस दौरान चंद्र देव के मंत्रों का जाप भी फलदायी होता है।
- चंद्र ग्रहण के दौरान मन को शांत रखने के लिए ध्यान और प्रार्थना करें।
- ग्रहण के दौरान विष्णु जी के मंत्रों का भी जाप करें।
- ग्रहण के बाद नहाने वाले पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
- ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
ये भी पढ़ें-