Hindi Newsधर्मKedarnath Yatra 2023: अप्रैल में इस दिन खुलने वाले हैं केदारनाथ धाम के कपाट, जानिए बाबा के भक्त कब कर पाएंगे दर्शन
Kedarnath Yatra 2023: अप्रैल में इस दिन खुलने वाले हैं केदारनाथ धाम के कपाट, जानिए बाबा के भक्त कब कर पाएंगे दर्शन
Kedarnath Yatra 2023 Date: जल्द ही केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने वाली है। ऐसे में यात्रा और मंदिर से जुड़ी कई बातें श्रद्धालुओं को जानना बेहद जरूरी है। तो यहां जानिए केदारनाथ धाम से जुड़ी जरूरी जानकारी।
Published : Apr 14, 2023 13:01 IST, Updated : Apr 14, 2023, 13:04:10 IST
Kedarnath Dham Yatra 2023: केदारनाथ जाना हर किसी का एक बड़ा ख्वाब होता है। बाबा भोलेनाथ के भक्तगण बेसब्री के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का इंतजार करते हैं। दरअसल, केदारनाथ मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित हैं। इसके अलावा केदारनाथ धाम शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है। ऐसे में हर भक्त की ख्वाहिश रहती है कि वो अपने जीवनकाल में एक बार बाबा केदार के दरबार में अपना माथा टेक आए। इस मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना महादेव जरूर पूरी करते हैं। तो आइए जानते हैं केदारनाथ यात्रा 2023 से जुड़ी सभी जानकारियों के बारे में।
कब खुलेंगे केदारनाथ मंदिर के कपाट (when is start kedarnath yatra 2023)
केदारनाथ धाम जाने के लिए अब भक्तों को ज्यादा इतंजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि जल्द ही मंदिर के कपाट खुलने वाले हैं। आपको बता दें कि इस साल श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट 25 अप्रैल 2023 को खुलेंगे। जानकारी के मुताबिक, इसी दिन सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर भक्तगण बाबा केदार के दर्शन कर पाएंगे। श्रद्धालु 25 अप्रैल से लेकर अगले 6 महीने तक केदारनाथ धाम की यात्रा कर सकते हैं।
केदारनाथ मंदिर से जुड़ी परंपराएं (Kedarnath Temple Rituals)
केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने से पहले कई परंपराएं निभाया जाता है। कपाट खोलने से पहले बाबा भैरवनाथ की पूजा की जाती है, जो कि इस बार 20 अप्रैल 2023 को की जाएगी। इसके बाद 21 अप्रैल को केदारनाथ की पंचमुखी डोली ऊखीमठ से केदारनाथ धाम ले जाया जाएगाछ फिर पैदल डोली यात्रा 24 अप्रैल को केदार धाम पहुंचेगी। इसके बाद ही अगले दिन विधि विधान के साथ केदारनाथ मंदिक कपाट भक्तों के लिए खोले जाएंगे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)