करवा चौथ के दिन पूजा के लिए सिर्फ 1 घंटे 16 मिनट का समय, अभी जान लें कब है शुभ मुहूर्त
करवा चौथ के व्रत में चंद्र दर्शन के साथ ही पूजा और कथा का पाठ करना भी बेहद आवश्यक होता है। इसके लिए 20 अक्टूबर को शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा, आइए जानते हैं।
करवा चौथ का त्योहार साल 2024 में 20 अक्तूबर को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण की चतुर्थी तिथि को हर साल ये त्योहार मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना के साथ व्रत रखती हैं। वैवाहिक जीवन की सुख-समृद्धि के लिए ये त्योहार बेहद अहम माना जाता है। हिंदू धर्म के सभी व्रत त्योहारों की तरह इस दिन भी पूजा और कथा का पाठ शुभ मुहूर्त देखकर किया जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं कि, इस बार करवा चौथ के व्रत के लिए शुभ-मुहूर्त कब से कब तक रहेगा और चंद्रोदय किस समय होगा।
करवा चौथ में पूजा का शुभ मुहूर्त
- करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। साल 2024 में कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगी, और मध्यरात्रि तक रहेगी।
- करवा चौथ की पूजा शाम के समय की जाती है। साथ ही इस दौरान करवा चौथ की कथा का पाठ भी किया जाता है। 20 अक्टूबर को पूजा शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त 5 बजकर 46 मिनट से 7 बजकर 1 मिनट तक रहेगा। यानि करवा चौथ के दिन पूजा के लिए शुभ समय लगभग 1 घंटे और 16 मिनट का होगा। आपको इस मुहूर्त में ही करवा चौथ की पूजा करनी चाहिए।
- करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय 7 बजकर 54 मिनट पर होगा। हालांकि, अलग-अलग जगहों पर चंद्रोदय थोड़ा बहुत आगे पीछे हो सकता है। व्रत रखने वाली महिलाएं पूजा के बाद चंद्रमा के दर्शन करेंगी और उसके बात पति के द्वारा पिलाए गए जल से व्रत खोला जाएगा।
- शुभ मुहूर्त पर करवा चौथ की पूजा अगर सुहागिन महिलाएं करती हैं, तो उनको सौभाग्य के साथ ही वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि भी प्राप्त होती है।
करवा चौथ पर न दिखे चांद तो ऐसे खोलें व्रत
चंद्रमा के दर्शन किए बिना करवा चौथ का व्रत संपन्न नहीं माना जाता। हालांकि, कुछ जगहों पर मौसम की वजह से चांद नहीं दिखाई देता। अगर ऐसा ही कुछ आपके साथ भी हो जाए तो आपको भगवान शिव की तस्वीर को देखकर व्रत खोलना चाहिए। चंद्रमा को भगवान शिव का भक्त माना जाता है और साथ ही चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान हैं। ऐसे में अगर आप चंद्रमा की अनुपस्थिति में शिव जी की तस्वीर को देखकर व्रत खोलती हैं तो आपको वैसे ही परिणाम प्राप्त होते हैं, जैसे चंद्रमा को देखकर व्रत खोलने से।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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