Guru Margi 2023: आज साल के आखिरी दिन गुरु हुए मेष राशि में मार्गी, 2024 में इन जातकों को होगा बंपर लाभ, जानिए सभी 12 राशियों का हाल
Guru Margi 2023: आज साल 2023 के आखिरी दिन गुरु बृहस्पति मेष राशि में सुबह 8 बजकर 9 मिनट पर मार्गी हो चुके हैं। गुरु बृहस्पति की सीधी चाल चलने से नया साल 2024 सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा। जानिए मेष से लेकर मीन राशि का हाल आचार्य इंदु प्रकाश से।
Guru Margi 2023: आज गुरु ग्रह मेष राशि में मार्गी होंगे। याद दिला दूं कि इससे पहले बीते 23 अप्रैल की सुबह 5 बजकर 12 मिनट पर गुरु मेष राशि में प्रवेश किये थे और 4 सितम्बर की शाम 7 बजकर 39 मिनट पर मेष राशि में वक्री हो गये थे यानि उल्टी गति से गोचर करने लगे थे। तत्पश्चात आज सुबह 8 बजकर 9 मिनट पर गुरु मेष राशि में मार्गी होंगे। भारतीय ज्योतिष के अनुसार गुरु या बृहस्पति एक पुरुष ग्रह है। इसकी दिशा उत्तर-पूर्व है। इसका रंग पीला है और इसका आकाश तत्व से संबंध है। एक विशेष बात जब कोई ग्रह मार्गी होता है तो उसका मतलब है कि वह अपनी सीधी चाल से चल रहा है।
नक्षत्रों में पूर्वाभाद्रपद, पुनर्वसु और विशाखा नक्षत्रों का स्वामी गुरु को माना गया है। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से गुरु के मेष राशि में मार्गी( ग्रह का सीधी चाल चलना) होने से विभिन्न राशि वाले लोगों पर साल 2024 में क्या प्रभाव होगा, साथ ही गुरु की शुभ स्थिति के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए ये भी जानेंगे।
मेष राशि- गुरु आपके पहले स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का सम्बन्ध हमारे शरीर तथा मुख से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी। आपका गुड बिहेवियर आपको तरक्की की राह पर ले जायेगा। किसी मुकदमे या वाद-विवाद में अपने पिता या पिता समान किसी व्यक्ति की सलाह लेना आपके लिए बेहतर होगा। अतः गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए - अपनी आमदनी में से कुछ हिस्सा निकालकर, भगवान का आशीर्वाद लेकर अपनी तिजोरी में संभालकर एक तरफ रख लें और उसे इस दौरान खर्च न करें।
वृष राशि- गुरु आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का सम्बन्ध आपके व्यय तथा शय्या सुख से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको शय्या सुख मिलेगा। आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना
चाहिए। इस दौरान विद्या का लाभ भी आपको कम ही मिल पायेगा। अत: गुरु के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए- माथे पर केसर का तिलक लगाएं। अगर केसर उपलब्ध न हो तो हल्दी का तिलक लगाएं।
मिथुन राशि- गुरु आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का सम्बन्ध हमारे आय तथा इच्छाओं की पूर्ति से होता है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आप धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे। आपके पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान आपकी कोई इच्छा पूरी होगी। लिहाजा गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- परिवार में जब भी किसी को आपकी जरूरत पड़े, तो उनकी मदद जरूर करें।
कर्क राशि- गुरु आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का सम्बन्ध हमारे करियर, राज्य तथा पिता से होता है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में सफलता मिलेगी और आपके पिता की भी उन्नति होगी। सोने-चांदी या कपड़ा व्यापार से जुड़े लोगों को इस दौरान विशेष लाभ होगा। राजकीय कार्यों से भी आपको लाभ मिलेगा। अत: गुरु के लाभ की स्थिति को बनाये रखने के लिए- अपना सिर ढक्कर रखें, अगर आप अपने सिर पर पगड़ी बांधते हैं, तो उस पर पीले केसर का तिलक भी लगाएं।
सिंह राशि- गुरु आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का सम्बन्ध हमारे भाग्य से होता है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आपके पास पैसा आता-जाता रहेगा। स्वास्थ्य की बात करें तो इस बीच आपकी सेहत ठीक रहेगी। आप अपनी बात के पक्के रहेंगे और अपनी योग्यता के बल पर दूसरों के बीच लोकप्रिय होंगे। अत: गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- प्रतिदिन मंदिर में जाकर माथा टेकें।
कन्या राशि- गुरु आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का सम्बन्ध हमरे आयु से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको सभी सांसारिक सुख का लाभ मिलेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। परिवार में सुख शांति का माहौल बना रहेगा। कार्यों में लोगों का सहयोग मिलेगा। अत: गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए- जरूरतमंदों को कुछ न कुछ दान करते रहें, साथ ही घर पर आये साधु-संतों को भी खाली हाथ ना जाने दें।
तुला राशि- गुरु आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का सम्बन्ध हमारे जीवनसाथी से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से परिवार की खुशियों के लिए आपको कोशिश करनी पड़ेगी। अगर आप किसी काम से यात्रा करने जा रहे हैं, तो आपकी यात्रा सुखद रहेगी। धन-संपत्ति के मामले में आप जितनी मेहनत करेंगे। जीवनसाथी का आपको पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। अत: गुरु की अशुभ स्थिति से बचने के लिए- रत्तियां, जो सोना तोलने के काम आती हैं या लाल गुंजा के कुछ बीज लेकर, पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें या घर में जहां पर आप सोना रखते हैं, वहां पर रख दें।
वृश्चिक राशि- गुरु आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का सम्बन्ध हमारे मित्र, शत्रु तथा स्वास्थ्य से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से मित्रों का साथ पाने में आपको कोशिश करनी पड़ेगी। धन की वृद्धि
होने में कुछ परेशानी आ सकती है । साथ ही पिता और संतान से लाभ पाने के लिये आपको कोशिशें करनी पड़ सकती हैं। अतः गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए और अशुभ प्रभावों से बचने के लिए- छोटी कन्याओं को पीले रंग का कपडा भेंट करें और उनका आशीर्वाद लें।
धनु राशि- गुरु आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको विद्या का लाभ मिलने में परेशानी आ सकती है,
लेकिन गुरुजनों का आपको पूरा सहयोग मिलेगा। संतान का सुख-सहयोग पाने के लिए आपको खुद से कोशिशें करनी पड़ेगी। काम के मामले में आपका विवेक बना रहेगा। अत: गुरु के अशुभ फलों से बचने के लिए- श्री गणेश भगवान की उपासना करें और धार्मिक कामों के लिए अपना सहयोग देते रहें।
मकर राशि- गुरु आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का सम्बन्ध हमारे भवन, भूमि, वाहन तथा माता से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलेगा। साथ ही आपको माता का पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त होगा। आपको इस बीच दूसरों की सहायता करने का मौका मिलेगा। आप धर्म-कर्म के कार्यों में भी रूचि लेंगे। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। आपको जीवन में हर प्रकार का सुख मिलेगा। अत: गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए- अपने से बड़ों का आशीर्वाद लें और हो सके तो उन्हें कुछ गिफ्ट भी जरूर करें।
कुम्भ राशि- गुरु आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे पराक्रम, भाई-बहन तथा यश से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको यश की प्राप्ति होगी। धन का लाभ होगा, लेकिन आपके अधिकतर पैसे अपने दोस्तों में या इधर-उधर के कामों में खर्च हो जायेंगे। इस बीच आपको दूसरों के सामने अपनी बात रखने में थोड़ी हिचकिचाहट भी महसूस हो सकती है। साथ ही गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- मां दुर्गा की पूजा करें, साथ ही छोटी कन्याओं का आशीर्वाद लें।
मीन राशि- गुरु आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का सम्बन्ध हमारे धन तथा स्वभाव से है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन का लाभ होगा। तक दान-धर्म आदि सेवा कार्यों में सहयोग देने से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को इस बीच अधिक लाभ मिलेगा। अत: गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- सवा किलो चने की दाल पीले कपड़े में बांधकर मंदिर में दान करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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