Mercury Transit 2023: बुध का शुरू हुआ धनु राशि में गोचर, 1 महीने तक रहेगा असर, जानिए किस राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव
Mercury Transit: 27 नवंबर से बुध धनु राशि में गोचर कर रहा है। इस गोचर का सभी 12 राशियों पर असर पड़ेगा। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि यह गोचर आपकी राशि के लिए कैसा है।
Budh Gochar 2023: 27 नवंबर को सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर बुध धनु राशि में प्रवेश कर चुके हैं और 28 दिसंबर की दोपहर पहले 11 बजकर 27 मिनट तक धनु राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद वृश्चिक राशि प्रवेश कर जाएंगे। यहां एक बात यह समझ लेते है कि बुध आज सुबह धनु राशि में प्रवेश कर चुके है और 13 दिसंबर की दोपहर 12 बजकर 43 मिनट पर बुध धनु राशि में ही वक्री हो जाएंगे यानि उल्टे गति से गोचर करने लगेंगे और उल्टे गति से गोचर करते हुये 28 दिसंबर की दोपहर पहले 11 बजकर 27 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
बता दें कि सौरमंडल में बुध सबसे छोटा ग्रह है। ये बुद्धि और वाणी के देवता है। ये ज्योतिष विद्या, शिल्प, कम्प्यूटर, वाणिज्य और चतुर्थ और दशम स्थान के कारक हैंसाथ ही शरीर में मुख्य रूप से गले और कन्धों पर इनका प्रभाव रहता है। बुध के स्वामी बृहस्पति है, जबकि बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। इसका सीधा प्रभाव बिजनेस पर और दिमागी रूप से मेहनत वाले कामों पर पड़ता है। बुध के धनु राशि में गोचर से विभिन्न राशि वालों पर अलग-अलग प्रभाव होंगे। तो बुध के इस गोचर से किस राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा। साथ ही आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए और बुध की अशुभ स्थिति से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि-
बुध आपके नवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको मेहनत के बल पर भाग्य का सहयोग मिलेगा। उचित मेहनत से आपको धन की प्राप्ति जरूर होगी। साथ ही आपका स्वास्थ्य भी ठीक बना रहेगा। लिहाजा बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए- लोहे की लाल रंग से रंगी हुयी गोलियां अपने पास रखें।
वृष राशि-
बुध आपके आठवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।आपके कन्धे मजबूत होंगे और आपको गले से संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। तो बुध के शुभ फल बनाए रखने के लिए- एक मिट्टी के बर्तन में साबुत मूंग भरकर, उसका ढक्कन बंद करके बहते जल में प्रवाहित कर दें।
मिथुन राशि-
बुध आपके सातवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे साथ ही आपके धन में बढ़ोतरी होगी और आपको मुक़दमे आदि में किसी प्रकार की उलझन नहीं होगी इसके अलावा समुद्री व्यापार भी आपके लिए लाभदायक रहेगा। अतः बुध के शुभ फल बनाए रखने के लिए- सवा पांच मीटर हरा कपड़ा दान करें।
कर्क राशि-
बुध आपके छठे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपके दोस्त आपका सहयोग करेंगे। आपके मुंह से निकले हुए शब्द प्रभावशाली होंगे। अगर आप धैर्य रखेंगे, तो आपको अधिक लाभ की प्राप्ति होगी। किसी वाद-विवाद या झगड़ों में फैसला आपके पक्ष में होगा। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए- आज से लेकर 45 दिन तक गाय को हरा चारा खिलाएं।
सिंह राशि-
बुध आपके पांचवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका बौद्धिक विकास होगा। संतान पक्ष से सुख मिलेगा। साथ ही गुरु से सहयोग पाने के लिए आपको कोशिशें करनी होंगी। लिहाजा बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए- ऊनी वस्त्र दान करें।
कन्या राशि-
बुध आपके चौथे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से भूमि, भवन और वाहन का लाभ पाने में आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। आपको अपने माता के स्वास्थ्य में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। आर्थिक रूप से स्थिति सामान्य रहेगी। पारिवारिक सुख पाने के लिए आपको कोशिशें करनी होंगी। अत: बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए- विधारा की जड़ को ताबीज में डालकर गले में पहने।
तुला राशि-
बुध आपके तीसरे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई-बहन और यश से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते अच्छे होंगे। जीवनसाथी के साथ बेहतर ताल-मेल बना रहेगा। आपके पास पैसों की कमी नहीं होगी। आपका स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेगा। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए- सुबह उठकर फिटकरी से अपने दांत साफ करें। साथ ही बुध यंत्र धारण करें।
वृश्चिक राशि-
बुध आपके दूसरे स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन लाभ पाने में अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। साथ ही व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेगी। कई बार ऐसी स्थिति भी बन सकती है कि आपके पास धन होते हुए भी आप उसका सही उपयोग नहीं कर पायेंगे। लिहाजा बुध की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए- अपने पास चांदी की ठोस गोली रखें।
धनु राशि-
बुध आपके पहले स्थान यानि लग्न स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको पैसों की कमी नहीं होगी, बल्कि आपके धन में वृद्धि ही वृद्धि होगी। इस दौरान आप खुश रहेंगे और सुख से समय व्यतीत करेंगे। साथ ही करियर में भी आपको लाभ मिलेगा। अतः बुध के शुभ फल बनाए रखने के लिए- हरे रंग की चीजों को उपयोग में लाने से बचें।
मकर राशि-
बुध आपके बारहवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपके परिवार में भौतिक सुख साधनों की बढ़ोतरी होगी। आपके धन में वृद्धि होगी। साथ ही समाज में आपको मान-सम्मान और प्रसिद्धि मिलेगी। इसके अलावा आपको शैय्या सुख की प्राप्ति होगी। लिहाजा बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए- जरूरतमंद को ऊनी वस्त्र दान करें।
कुंभ राशि-
बुध आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। आपका समय बहुत कीमती है, इसे बचाकर चलें। साथ ही आपके मन की कोई इच्छा पूरी हो सकती है। तो बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए- अपने गले में तांबे का पैसा धारण करें।
मीन राशि-
बुध आपके दसवें स्थान पर गोचर किए हैं। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका जीवनयापन बेहतर तरीके से होगा। कठिन परिस्थिति में भी किस्मत का पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही आपकी आमदनी में वृद्धि होगी और आपके पिता की भी तरक्की होगी। तो बुध के शुभ फल बनाए रखने के लिए- मां दुर्गा की उपासना करें और हो सके तो दुर्गा बीसा यंत्र धारण करें।
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