Astrology: इस योग में जन्म लेने वाले बच्चे होते हैं बेहद भाग्यशाली, धन, बुद्धि और बल सब लेकर होते हैं पैदा
Astrology: कहते हैं कि धरती पर जन्म लेने वाला हर मनुष्य अपनी किस्मत लिखवा कर आता है। ठीक ऐसे ही कुछ शुभ योग होते हैं, जिनमें जन्म लेने वाले बच्चे बहुत ही भाग्यवान होते हैं। तो आइए जानते हैं उन शुभ योग के बारे में।
Shubh Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्मतिथि, वार, करण, राशि और योगों से व्यक्ति का स्वभाव बनता है। यहां हम बात कर रहे हैं व्यक्ति के स्वभाव पर योग के प्रभाव की तो आइए देखें कि किस योग में जन्म लेने से बालक भाग्यशाली होता है। जब हम किसी व्यक्ति के स्वभाव की बात करते हैं तो हम उसके बाहरी व्यक्तित्व को ही देखते हैं। वास्तव में व्यक्तित्व और प्रकृति के निर्माण में अनेक तत्वों का योगदान होता है। ज्योतिषी चिराग बेजान दारुवाला के अनुसार जन्मतिथि, वार, करण, राशि और योगों से व्यक्ति का स्वभाव बनता है। यदि आप किसी के स्वभाव को अच्छा कहते हैं, तो वास्तव में यह जानना चाहिए कि उस व्यक्ति का जन्म ऐसे समय में हुआ है, जब उपरोक्त बातों का सुंदर समन्वय था। यहां हम बात कर रहे हैं बच्चों पर योग के प्रभाव की तो आइए देखें कि किस योग में जन्म लेने वाला बच्चा भाग्यशाली होता है।
प्रीति योग
प्रीति योग भी बहुत शुभ माना जाता है। इस योग में जन्म लेने वाला जातक विषयों का ज्ञाता, जीवंत और उत्साहपूर्वक कोई भी कार्य करता है। प्रीति योग के जातक सौन्दर्य प्रेमी तथा विपरीत लिंग के व्यक्ति से प्रेम करने वाले होते हैं। ये चतुर होते हैं और किसी भी तरह से अपना स्वार्थ सिद्ध करना जानते हैं।
आयुष्मान योग
जिस व्यक्ति का जन्म आयुष्मान योग में होता है, वह व्यक्ति आयुष्मान होता है, अर्थात उसे लंबे समय तक पृथ्वी का सुख प्राप्त होता है। इस योग के जातक काव्य अर्थात कविता और गीतों के शौकीन होते हैं। इस योग के जातक धनवान होते हैं अर्थात धन-धान्य से परिपूर्ण होते हैं। ये शक्तिशाली होते हैं और टकराव की स्थिति में अपने दुश्मनो को परास्त करने में समर्थ होते हैं।
सौभाग्य योग
इस योग में जन्म लेने वाले जातक पर इस योग के नाम का पूर्ण प्रभाव पड़ता है। इस योग का व्यक्ति भाग्यवान होता है। वे सभी प्रकार के गुणों से परिपूर्ण हैं। वे जहां भी होते हैं, उनके गुणों की प्रशंसा करते हैं। इस योग के जातकों का विपरीत लिंग के व्यक्ति के प्रति विशेष लगाव होता है, सुन्दर स्त्री और पुरुष इनका मन मोह लेते हैं।
धृति योग
धृति योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति में बहुत धैर्य होता है, वह किसी भी बात को लेकर तुरंत उत्तेजित नहीं होता बल्कि सोच-विचार कर ही कोई निर्णय लेता है। इनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है, ये प्राय: स्वस्थ रहते हैं। वे विद्वान और गुणी होते हैं। वे एक समृद्ध और सुखी जीवन जीते हैं और समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं।
शूल योग
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि शूल योग में जन्म लेने वाले जातक धार्मिक स्वभाव के होते हैं, शास्त्रों में इनकी रुचि होती है और ये बहुत ज्ञानी होते हैं। वे यज्ञादि कर्म करना जानते हैं और धन संग्रह करना भी जानते हैं। इतना सब कुछ होते हुए भी इनके जीवन में दुख और दुख आते हैं।
वृद्धि योग
वृद्धि योग में जन्म लेने वाला बालक दिखावे में सुन्दर और उनका स्वभाव दोनों से शोभायमान होता है। इस योग में जन्म लेने वाला बालक की गिनती आगे चलकर धनवान और गुनी व्यक्तियों में होती है। इनकी पत्नी और पुत्र दोनों ही अच्छे स्वभाव और गुणों वाले हैं। वे पराक्रमी और शक्ति से संपन्न होते हैं और सांसारिक सुखों का आनंद लेते हैं।
व्याघात योग
इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति सभी प्रकार के कार्यों को करने में निपुण होता है। ये काफी टैलेंटेड होते हैं और इन्हें समाज से सम्मान मिलता है। ये अपने गुणों और कार्यों के लिए संसार में विख्यात हैं।
हर्षन योग
हर्षण योग बहुत ही शुभ माना जाता है। इस योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति को भाग्यशाली भी कहा जाता है। इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति अनेक विद्याओं का ज्ञाता होता है। इस योग के जातक पौराणिक शास्त्रों और विद्या के अच्छे जानकार होते हैं। ये अपने फैसलों पर हर परिस्थिति में अडिग रहते हैं। ये धनवान व्यक्ति होते हैं और समाज के खास लोगों से मन-सन्मान पाते हैं।
वज्र योग
वज्र योग में जन्म लेने वाला जातक वज्र के समान ही बलवान और शक्तिशाली होता है। वज्रा के सामान ही इनके भुजाओ में अद्भुत शक्ति और बल होती है। ये अनेक प्रकार की विद्याओं में निपुण होते हैं तथा अस्त्र-शस्त्र चलाने में निपुण होते हैं। इन्हें आमतौर पर धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। ये बहुत साहसी और पराक्रमी भी होते हैं।
परिधि योग
परिधि योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति बुद्धिमान और कई विज्ञानों का जानकार होता है। ये विद्वान और ज्ञानी होते हैं तथा मधुर वक्ता होते हैं। ये अपने गुणों और कार्यों से कुल का नाम रोशन करते हैं और सांसारिक सुखों का लाभ उठाते हैं।
शिव योग
जिस व्यक्ति का जन्म शिव योग में होता है, वह व्यक्ति अत्यंत बुद्धिमान होता है और जीवों का कल्याण चाहता है। वे स्वार्थ के वश में नहीं होते और दूसरों के लिए अपनी इच्छाओं और हितों का बलिदान कर देते हैं। वह सच्चे दिल के इंसान हैं। अपने साधु स्वभाव के कारण इन्हें समाज में बहुत सम्मान प्राप्त होता है।
शुक्ल योग
जिस जातक का जन्म शुक्ल योग में होता है वह व्यक्ति सभी प्रकार की कलाओं में निपुण होता है। उन्हें कविताओं में रुचि है और वे कवि हैं। ये विद्या के धनी अर्थात् विद्वान होते हैं। इस योग के जातक बहुत ही साहसी और पराक्रमी होते हैं। आर्थिक रूप से ये काफी समृद्ध हैं। ये अपने व्यवहार और स्वभाव से लोगों के दिलों पर राज करते हैं।
ब्रह्म योग
जो व्यक्ति ब्रह्म योग में जन्म लेता है, वह व्यक्ति बहुत ज्ञानी होता है। वे वेदों और विद्याओं के ज्ञाता हैं। ये हर तरह के काम करने में माहिर होते हैं। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो ईश्वर में विश्वास करते हैं और सच्चे दिल के हैं।
ऐन्द्र योग
इंद्र योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस योग का व्यक्ति बहुत ही धनवान और गुणवान होता है। ये सांसारिक सुखों के भोगी होते हैं। इस योग में जन्म लेने वाले जातक के बारे में ज्योतिष शास्त्र कहता है कि उसकी आयु अल्पायु होती है अर्थात अल्पायु होती है।
(ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।)
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