Vishwakarma Puja 2022: 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाएगी। हिन्दू धर्म में इस पूजा का खास महत्व होता है क्योंकि हिन्दू ग्रंथों के अनुसार, विश्वकर्मा जी को सबसे पहले वास्तुकार माने गए हैं। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। विश्वकर्मा एक महान ऋषि , शिल्पकार और ब्रह्मज्ञानी थे। मान्यताओं के अनुसार, उन्होंने ही देवताओं के घर, नगर, अस्त्र-शस्त्र आदि का निर्माण किया था। साथ ही उन्होंने कई राज्य जैसे हस्तिनापुर, स्वर्गलोक,लंका और इंद्रपुरी का भी निर्माण किया था। यही कारण है कि विश्वकर्मा पूजा के दिन कारखाने और कार्यालय आदि में पूजा किया जाता है। इसके अलावा इस दिन सुबह उठकर स्नान करके घर की लकड़ी, रोजाना यूज होने वाले मशीनों आदि को साफ कर उनको धूप दीप दिखाकर प्रणाम करना चाहिए। वहीं, शास्त्रों में विश्वकर्मा पूजा के कुछ नियम बताए गए हैं जिनका पालन आपको जरूर करना चाहिए। आइए जानते हैं।
विश्वकर्मा पूजा के दिन न करें ये काम
- विश्वकर्मा पूजा के दिन औजारों, मशीन और उपकरणों की पूजा अर्चना करना चाहिए। ऐसा करने से घर में धन की कमी नहीं होती है।
- विश्वकर्मा पूजा के दिन औजारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पकार माना जाता है।
- इस दिन मांस-मंदिरा से दूर रहना चाहिए वरना आपके रोजगार और व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है।
- विश्वकर्मा पूजा के दिन असहाय लोगों की मदद जरूर करें। इससे आपके घर में बरकत बनी रहेगी।
- इश दिन अपनी औजारों को व्यस्थित तरीके से जरूर रखें।
- विश्वकर्मा पूजा के दिन घर पर मौजूद बिजली के उपकरण, गाड़ी आदि की सफाई जरूर करें।
- विश्वकर्मा पूजा के दिन अपने वाहन की पूजा करने के अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि इस दिन किसी को भी अपना गाड़ी न दें। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है।
- विश्वकर्मा पूजा के दिन अपनी गाड़ी के इंजन पर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
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