Somvar Ke Upay: शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए सोमवार को करें ये उपाय, मिलेगी सफलता
Somvar Ke Upay: अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए, जीवन में खुशहाली बनाए रखने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
Somvar Ke Upay: 31 अक्टूबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि और सोमवार का दिन है। सप्तमी तिथि 31 अक्टूबर का पूरा दिन पार कर के देर रात 1 बजकर 11 मिनट तक रहेगी। 31 अक्टूबर शाम 4 बजकर 13 मिनट तक धृति योग रहेगा। धृति योग को दौरान रखा गया नींव पत्थर आजीवन सुख-सुविधाएं देता है अर्थात यदि रहने के लिए किसी घर का शिलान्यास यदि इस योग में किया जाए तो इंसान उस घर में रहकर सब सुख-सुविधाएं प्राप्त करता है और आनंदमय जीवन व्यतीत करता है। ऐसे में अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए, जीवन में खुशहाली बनाए रखने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
- अगर आप अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियां पाना चाहते हैं और अपने समस्त कार्यों में सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको विश्वेदेव का इस प्रकार ध्यान करना चाहिए- 'ऊँ इन्द्राय नमः ऊँ अग्नये नमः ऊँ सोमाय नमः ऊँ त्वष्ट्राय नमः ऊँ रुद्राय नमः ऊँ पूखनाय नमः ऊँ विष्णुवे नमः ऊँ अश्विनीये नमः ऊँ मित्रावरूणाय नमः ऊँ अंगीरसाय नमः' इस प्रकार विश्वेदेवों का ध्यान करने से आपको जीवन में बड़ी उपलब्धियों के साथ ही आपके समस्त कार्यों की सफलता भी सुनिश्चित होगी।
- अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुख और प्रसन्नता से भरा देखना चाहते हैं, तो इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान कटहल के पेड़ या उसके फल का दर्शन करें और हाथ जोड़कर अपने वैवाहिक जीवन में सुख और सम्पन्नता लाने के लिए प्रार्थना करें। अगर इस दिन कटहल के पेड़ का दर्शन करना संभव न हो, तो आप इंटरनेट या अपने फोन पर तस्वीर का दर्शन कर सकते है अगर ये भी संभव न हो तो मन में हरे-भरे कटहल के पेड़ की कल्पना करके उसे प्रणाम करें | आज ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुख और प्रसन्नता से भरा रहेगा।
- अगर आपके ऊपर अचानक से बहुत सारी जिम्मेदारियां आ गई हैं, जिससे आप मानसिक रूप से अशांति महसूस कर रहे हैं, तो इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दौरान आपको सूर्य के इस मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:' ऐसा करने से आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभायेंगे और आपको मानसिक अशांति से भी छुटकारा मिलेगा।
- अगर आपकी आमदनी का फ्लो अचानक से रुक गया है, तो फिर से फ्लो बढ़ाने के लिए इस दिन आपको एक लोटे में जल लेकर उसमें थोड़ा-सा गंगाजल डाल कर सूर्यदेव को अर्पित करें, लेकिन ध्यान रहें उसमें से थोड़ा-सा जल बचाकर रख लें और उसे पूरे घर में छिड़क दें। ऐसा करने से आपकी आमदनी का फ्लो फिर से बढ़ने लगेगा।
- अगर आप अपने और अपने परिवार वालों के जीवन में खुशियां ही खुशियां लाना चाहते हैं, तो इस दिन आपको स्नान आदि के बाद घर में किसी उचित स्थान पर आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जायें और सूर्यदेव के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- 'ऊँ घृणिः सूर्याय नमः' ऐसा करने से आपके और आपके परिवार में खुशियां ही खुशियां आयेंगी।
- अगर आपको छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक गुस्सा आ जाता है, तो अपने गुस्से को काबू में रखने के लिए इस दिन आपको भगवान को गुड़ से बनी किसी चीज का भोग लगाना चाहिए। अगर गुड़ से बनी चीज का प्रसाद ना चढ़ा पायें,तो केवल गुड़ का ही भोग लगाएं। ऐसा करने से आप अपने गुस्से पर काबू पाने में सफल होंगे।
- अगर आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इस दिन आपको स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करना चाहिए और उन्हें जल अर्पित करना चाहिए। जल अर्पित करने के लिए अगर तांबे का पात्र हो, तो और भी श्रेष्ठ है। ऐसा करने से आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में बहुत आगे बढ़ेंगे।
- अगर आप विद्या के क्षेत्र में अपना परचम लहराना चाहते हैं, तो इस दिन उत्तराषाढ़ा के दौरान सूर्यदेव को लाल पुष्प अर्पित करें। अगर इस दिन लाल पुष्प ना मिल पाये तो आपको अपने मन में ही ये भाव रखे की आप सूर्यदेव को लाल पुष्प अर्पित कर रहें है। साथ ही सूर्य के इस मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है - 'ॐ ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:' ऐसा करने से विद्या के क्षेत्र में आपका परचम लहरेगा।
- अगर आप किसी भी तरह की आंख संबंधी परेशानी से बचे रहना चाहते हैं, तो इस दिन स्नान आदि के बाद आपको सूर्यदेव को प्रणाम करके आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आप आंख संबंधी परेशानियों से बचे रहेंगे और अगर आपको पहले से किसी प्रकार की आंख संबंधी परेशानी है, तो उससे भी आपको जल्द ही राहत मिलेगी।
- अगर आप अपनी वाणी को मधुर और अपने स्वभाव को नम्र बनाये रखना चाहते हैं, तो इस दिन एक बर्तन में जल भरकर, उसमें कुछ सिक्के डालकर मंदिर में रखें और अगले दिन उस बर्तन में से सिक्के निकालकर अपने पास संभालकर रख लें और जल को किसी पौधे या मनी प्लान्ट में डाल दें। ऐसा करने से आपकी वाणी मधुर और आपका स्वभाव नम्र बना रहेगा।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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