Shukrawar ke Upay: आर्थिक तंगी से हैं परेशान तो शुक्रवार को करें ये खास उपाय, मां लक्ष्मी की कृपा से होगी पैसों की बरसात
Shukrawar ke Upay: हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। कहा जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने और कुछ उपाय करने से सभी संकट दूर जाते हैं।
Shukrawar ke Upay: 14 जुलाई को श्रावण कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और शुक्रवार का दिन है। द्वादशी तिथि 14 जुलाई को शाम 7 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। 14 जुलाई को सुबह 8 बजकर 28 मिनट से शुरू होकर 15 जुलाई को सुबह 8 बजकर 21 मिनट तक वृद्धि योग रहेगा। वृद्धि, यानि बढ़ोतरी, यानि आज का दिन किसी काम में अपनी बढ़ोतरी के लिए बहुत अच्छा है । इस योग मे किए गए काम में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आती, बल्कि उसमें बढ़ोतरी ही बढ़ोतरी होती है। इस दिन चन्द्रमा वृष राशि में हैं। साथ ही इस दिन चंद्रमा का नक्षत्र, रोहिणी भी है। ऐसे में अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिए, घर-परिवार की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी के लिए, अपने बिजनेस को अनजाने खतरों से बचाए रखने के लिए, देवी मां की कृपा से जीवन में सफलता पाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
- अगर आपके जीवनसाथी और आपकी माता की आपस में बिल्कुल नहीं बनती, तो उनके बीच रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए दोनों लोगों के कपड़ों में से एक-एक धागा निकालकर, उन धागों को आपस में बांध दें और मन्दिर में चढ़ा दें। साथ ही मन्दिर में कपूर का दीपक भी जलाएं और हाथ जोड़कर दोनों के अच्छे रिश्ते के लिये प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपके जीवनसाथी और आपकी माता के बीच रिश्ते जल्द ही बेहतर होंगे।
- अगर आप तरल पदार्थ जैसे किसी जूस, कोल्ड ड्रिंक या पानी की बोतलों से संबंधित कोई बिजनेस करते हैं और उसमें सफलता पाना चाहते हैं, तो इस दिन शाम के समय आपको एक लोटा जल में थोड़े-से चावल के दाने डालकर चंद्रदेव को अर्घ्य देना चाहिए और चंद्रदेव के इस मन्त्र का 11 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- ‘ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:' ऐसा करने से आपको अपने बिजनेस में सफलता ही सफलता मिलेगी।
- अगर आप किसी महत्वपूर्ण डील के लिए इस दिन कहीं बाहर जा रहे हैं और आप उसमें अपनी सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो उसके लिए इस दिन आपको घर से बाहर जाते समय पहले लक्ष्मी मां को प्रणाम करना चाहिए,उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। उसके बाद थोड़ा-सा दही-चीनी खाकर, पानी पीकर घर के बाहर जाना चाहिए। ऐसा करने से आपको अपने काम में सफलता जरूर मिलेगी।
- अगर आप किसी तरह के मानसिक उलझन से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो इस दिन आपको 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 2 मुखी रुद्राक्ष पर चंद्रमा का प्रभाव रहता है और मानसिक रूप से उलझन का कारण भी चंद्रमा ही है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र दौरान ऐसा करने से आपको जल्द ही मानसिक उलझनों से मुक्ति मिलेगी।
- अगर आपके घर में बहुत ज्यादा झगड़ा रहता है, तो उससे छुटकारा पाने के लिए और सबके बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए इस दिन सोते समय अपने सिरहाने के नीचे कपूर की 2 टिकियां रखें। फिर अगले दिन सुबह स्नान आदि के बाद उस कपूर को घर की दक्षिण दिशा में जला दें। ऐसा करने से घर में झगड़ों से आपको छुटकारा मिलेगा और सबके बीच आपसी सामंजस्य स्थापित रहेगा।
- अगर आप एक सुंदर, स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तो इस दिन आपको रोहिणी नक्षत्र के दुरन जामुन का पेड़ लगाना चाहिए और उसकी जड़ में पानी डालना चाहिए। अगर आपके लिए इस दिन पेड़ लगाना संभव न हो, तो इस दिन आपको पेड़ लगाने का संकल्प लेना चाहिए और जितनी जल्दी आपको समय मिले, पेड़ जरूर लगाना चाहिए। ऐसा करने से आप एक सुंदर, स्वस्थ जीवन जीयेंगे।
- अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवनसाथी की खूब तरक्की हो, उनकी सैलरी में बढ़ोतरी हो जाए तो इसके लिए इस दिन आपको स्नान आदि के बाद देवी लक्ष्मी के इस मंत्र का एक माला यानि 108 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- 'श्रीं ह्रीं श्रीं’ इस मंत्र का जाप करने से आपके जीवनसाथी की खूब तरक्की होगी और उनकी सैलरी में भी बढ़ोतरी होगी।
- अगर आप ऑफिस में सबके बीच अपनी मेहनत का लोहा मनवाना चाहते हैं तो इस दिन आपको रोहिणी नक्षत्र के दौरान बैलगाडी को या बैलगाडी के चित्र को प्रणाम करना चाहिए। साथ ही संभव हो तो आज के दिन अपने घर में बैलगाडी का चित्र भी लगाएं। ऐसा करने से आप ऑफिस में सबके बीच अपनी मेहनत का लोहा मनवाने में सफल रहेंगे।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-
Sawan Pradosh Vrat 2023: कब है सावन माह का पहला प्रदोष व्रत? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और अन्य जरूरी बातें
Sawan Shivratri 2023: कब है सावन की मासिक शिवरात्रि? जानें तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
Kamika Ekadashi 2023: इस दिन रखा जाएगा कामिका एकादशी का व्रत, जानें सही डेट, पूजा मुहूर्त और महत्व