Shani Upay: शनि देव को इन 11 उपायों से करें खुश, लौट आएंगे अच्छे दिन, सभी परेशानियों से मिलेगी मुक्ति
Shani Upay: शनिदेव से जुड़े कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं।
Shani Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शनि की दशा जरूर आती है। कहा जाता है कि शनि कर्मों के अनुसार जातकों को फल देते हैं। इसलिए उन्हें न्यायाधीश और कर्मफलदाता कहा जाता है। यदि कुंडली में शनि मजबूत हो तो व्यक्ति जीवन में खूब सफलता हासिल करता है। वहीं अगर शनि कमजोर हो तो व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं आती है। ऐसे में अगर आप शनिदेव से जुड़े कुछ उपाय करेंगे तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। आइए जानते हैं शनि देव के वो कौन से उपाय हैं जिसे करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय
- हर शनिवार शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करें। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
- शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले पीपल के वृक्ष के नीचे कड़वे तेल का दीपक जलाएं। इसके साथ ही दूध अर्पित करें।
- शनिवार के दिन अपने हाथ के नाम का 19 हाथ लंबा काला धागा बांधकर माला बना लें फिर इसे अपने गले में पहनें। ऐसा करने से शनि की अनिष्टता शांत होती है।
- शुक्रवार की रात काले चने पानी में भिगो दें। उसके बाद शनिवार के दिन ये चने, कच्चा कोयला और लोहे की पत्ती एक काले वस्त्र में बांधकर मछलियों के सामने डाल दें। ऐसा एक साल तक प्रत्येक शनिवार को करें। ऐसा करने से शनि कोप सांत होता है।
- शनिवार के दिन कांसे की कटोरी में तिल का तेल भरें। उसके बाद उसमें अपना प्रतिबिंब देखकर तेल का दान करें।
- शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैया से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाना चाहिए। इसके बाद पीपल के पेड़ की कम से कम तीन बार परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
- शनि को मजबूत करने के लिए दाहिनी हाथ की बीच वाली अंगुली में लोहे की अंगूठी धारण करें। इस बात का ध्यान रखें कि ये अंगूठी घोड़े की नाल से बनी हो।
- शनिवार के दिन शनि स्तोत्र का पाठ करें।
- शनिवार के दिन या नियमित रूप से कौवे को अनाज खिलाएं।
- जरूरतमंदों की सहायता करें, जितना संभव हो शनि से संबंधित चीजों का दान करें।
- शनिवार के दिन काले कुत्ते को सरसों के तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
इन मंत्रों का करें जाप
- ऊँ शनैश्चराय नमः
- ऊँ शान्ताय नमः
- ऊँ सर्वाभीष्टप्रदायिने नमः
- ऊँ शरण्याम नमः
- ऊँ वरेण्याम नमः
- ऊँ सर्वेशाय नमः
- ऊँ सौम्याय नमः
- ऊँ सुरवन्द्याय नमः