शमी श्री राम का प्रिय, तो शनि के दोषों को करता है क्षय, इस पौधे से जुड़े ये 5 बड़े लाभ जानकर हो जाएंगे हैरान
आज शनिवार का दिन है और इस दिन शनि देव के साथ ही साथ शमी के पौधे की भी पूजा का विधान है। माना जाता है कि इस पेड़ की पूजा भगवान राम ने रावण से युद्ध करने से पहले कि थी। वहीं शनि देव का भी यह सबसे प्रिय पौधा है। आइए जानते हैं इसके क्या प्रमुख लाभ हैं।
Shaniwar Shami Plant Upay: सनातन परंपरा में प्रकृति भी उतनी ही पूज्यनीय है जितना की भगवान। हिंदू धर्म की संस्कृति ऐसे ही निराली नहीं मानी जाती है। आप को शायद नहीं पता हो लेकिन हिंदू धर्म में वृक्षों को भी पूजा जाता है। आज शनिवार का दिन है और आज के दिन सबसे खास वृक्ष की पूजा की जाती है उसे शमी कहते हैं।
जी हां, शमी के पेड़ का नाम तो आपने सुना ही होगा। इस पेड़ को घर में लगाने एवं इसकी पूजा करने से शनि दोष तो शीघ्र दूर होता है। इसी के साथ यह भगवान राम का भी सबसे प्रिय माना गया है। वहीं देवों के देव महादेव को भी यह शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। आइए जानते हैं शमी का पेड़ लगाने से और उसकी पूजा करने से क्या लाभ होता है।
शमी के पेड़ का महत्व
शमी शमयते पापम् शमी शत्रुविनाशिनी ।
अर्जुनस्य धनुर्धारी रामस्य प्रियदर्शिनी ॥
करिष्यमाणयात्राया यथाकालम् सुखम् मया ।
तत्रनिर्विघ्नकर्त्रीत्वं भव श्रीरामपूजिता ॥
शास्त्रों में बताया गया है कि शमी पापों का विनाश करने वाला पेड़ और विजय का वरदान प्राप्त कराने वाला पौधा माना जाता है। जहां अर्जुन के धनुष को इस पेड़ ने धारण किया, वहीं शमी का दिव्य पेड़ भगवान राम को अति प्रिय है। रावण से युद्ध के पहले भगवान राम ने शमी के वृक्ष की उपासना कि थी और विजय का वरदान प्राप्त किया था।
शमी के पौधे से जुड़ा ये 5 बड़ा लाभ
- हिंदू धर्म में शमी के पौधे को बहुत ही शुभ माना जाता है। जिस तरह तुलसी का वृक्ष पवित्र होता है उसी प्रकार शमी का पेड़ भी पूज्यनीय होता है। शमी के पेड़ में शनि महाराज का वास माना जाता है इसलिए शनिवार के दिन इसकी पूजा करने से शनि देव के हर प्रकार के दोषों से मुक्ति पाई जा सकती है।
- जैसा की आप जानते हैं शमी के वृक्ष की पूजा भगवान राम ने भी स्वयं की थी और रावण से युद्ध लड़ कर विजय प्राप्त की। इसलिए शमी के पेड़ की पूजा का हिंदू धर्म में महत्व और भी अधिक हो जाता है। इसकी पूजा करने से जीवन में हर मार्ग पर सफलता के साथ ही साथ विजय का वरदान भी मिलता है।
- यदि आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है और आप शनि पीड़ा से परेशान हैं तो शनिवार के दिन शमी का पौधा लगाना बेहद शुभ मान जाता है। इसका पेड़ हमेशा घर के दक्षिण दिशा की ओर लगाना चाहिए।
- आपके जीवन में यदि शनि का दोष है और उनकी पीड़ा आपसे नहीं बरदाश हो रही है तो प्रत्येक शनिवार के दिन आपको सूर्यास्त के बाद शमी के वृक्ष के सामने एक दीपक जलाकर हाथ जोड़ कर प्रार्थना करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और अपना दुष्प्रभाव कम कर देते हैं।
- शमी का पौधा शिवलिंग पर भी अर्पित करना बड़ा शुभ माना जाता है और शनि के गुरु भगवान शिव हैं। इस लिहाज से यदि आप शनिवार के दिन शमी की पत्तियां शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। तो अपने गुरु के प्रति समर्पित शनि देव आपको कभी कुछ नहीं कहेंगे और वह आप पर अपनी हमेंशा कृपा दृष्टि बनाए रखेंगे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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