Sawan 2023: सावन के तीसरे सोमवार के दिन अपनाएं ये उपाय, खुल जाएगी बंद किस्मत
Sawan Somwar Upay: आज सावन का तीसरा सोमवार है। इस मौके पर कुछ विशेष उपायों को करने से जीवन की समस्त परेशानियां दूर हो जाती हैं। तो आज सावन सोमवार के दिन इन उपायों को जरूर करें।
Sawan 2023 Upay: आज सावन का तीसरा सोमवार का व्रत रखा जा रहा है। इस दिन भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इतना ही नहीं शिवजी की पूजा करने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा जीवनसाथी और विवाहित महिलाओं के खुशहाल दांपत्य का सुख मिलता है। आपको बता दें कि सावन का यह सोमवार मलमास या अधिकमास में पड़ रहा है, इसलिए इस बार का सोमवार बेहद खास है। दरअसल, मलमास में विष्णु जी की उपासना का विधान है तो आज शिव शंकर के साथ भगवान नारायण की भी कृपा प्राप्त होगी। तो आइए जानते हैं कि आज किन उपायों को करने से मनवांछित फलों की प्राप्ति होगी।
सावन के तीसरे सोमवार पर जरूर आजमाएं ये उपाय
- आज रवि शिव और सिद्ध योग बन रहा है। ऐसे में आज के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, जल और कच्चा दूध चढ़ाने से जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
- सावन के तीसरे सोमवार पर बने इन शुभ योग में रुद्राष्टकम का पाठ करना भी बेहद फलदायी होगा। तो आज के दिन शिवजी की पूजा के अलावा रुद्राष्टकम का पाठ भी जरूर करें।
- सावन सोमवार के दिन कच्चा दूध में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से आपके घर में बरकत होगी और आर्थित स्थिति हमेशा मजबूत बनी रहेगी।
- सावन सोमवार के दिन अन्न का दान करना भी लाभदायक माना गया है। आज के दिन किसी जरूरतमंद या गरीब को काला तिल और चावल का दान करने महादेव अति प्रसन्न होते हैं।
- अगर आप जीवन के हर क्षेत्र में विजय प्राप्त करना चाहते हैं तो आज के दिन बेल पत्रों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। साथ ही शिवलिंग का जलाभिषेक भी जरूर करें।
सावन सोमवार माह का महत्व
सावन महीने के सोमवार के दिन जो व्यक्ति विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा करता है और व्रत करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। सावन में शिव-गौरी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ ही दांपत्य जीवन भी सुखमय और खुशहाल रहता है। सावन मास में भगवान शिव की पूजा करने से मनचाही इच्छा जल्द ही पूरी होती है। साथ ही सावन माह में नित्य रूप से शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। शिवलिंग पर जल चढ़ाने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, माता पार्वती ने भी शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए सावन महीने में ही कठोर तप किया था। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
ये भी पढ़ें-
Puja Tips: लोबान जलाने से प्रसन्न होते हैं देवी-देवता, इन समस्याओं से भी मिलता है छुटकारा!
मंदिर में कितनी परिक्रमा लगाना होता है फलदायी? यहां जानिए इससे जुड़ी अहम बातें