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Hindi News धर्म त्योहार Surya Gochar 2023: सूर्य कर रहे कर्क राशि में गोचर, इन राशियों की लग सकती है लॉटरी, 17 अगस्त तक मिलेगा धन, पद और प्रतिष्ठा

Surya Gochar 2023: सूर्य कर रहे कर्क राशि में गोचर, इन राशियों की लग सकती है लॉटरी, 17 अगस्त तक मिलेगा धन, पद और प्रतिष्ठा

Surya Gochar 2023: सूर्यदेव का विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा, सूर्यदेव उनके किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।

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Surya Gochar 2023: 16 जुलाई को सूर्य देव मिथुन से निकल कर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और 17 अगस्त की दोपहर 1 बजकर 31 मिनट तक कर्क राशि में गोचर करते रहेंगे, उसके बाद सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। जिस दिन भी सूर्यदेव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, उस दिन सूर्य की संक्रांति होती है और संक्रांति के दिन पुण्यकाल का बहुत महत्व होता है। सूर्य की कर्क संक्रांति के पुण्यकाल के दौरान मन्दाकिनी नदी में स्नान दान करना महत्वपूर्ण माना जाता है।  ये नदी प्रसिद्ध पौराणिक नगर चित्रकूट से होकर बहती है। हालांकि अगर आप मन्दाकनी नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं, तो अपने घर के आसपास किसी पवित्र नदी में स्नान कर सकते हैं। अगर ये भी संभव नहीं है तो घर पर नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर लें। इससे भी आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।  

इसके अलावा संक्रांति से लेकर अगस्त महीने की 17 तारीख तक विभिन्न राशियों पर सूर्यदेव के अलग-अलग प्रभाव होंगे। ऐसे में सूर्यदेव का विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होगा, सूर्यदेव उनके किस स्थान पर गोचर करेंगे, साथ ही सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको कौन से उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से। 

मेष राशि

सूर्यदेव आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में चौथा स्थान जीवन में माता, भूमि-भवन और वाहन से संबंध रखता है।  सूर्य के इस गोचर से आपको 17 अगस्त तक अपनी मेहनत के बल पर भूमि का लाभ मिलेगा, भवन का लाभ मिलेगा, साथ ही वाहन का लाभ भी मिलेगा।  तो इन सब चीजों का उचित लाभ उठाने के लिए आपको अगले 30 दिनों तक किसी जरूरतमंद को भोजन कराना चाहिए। 

वृष राशि

सूर्यदेव आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहन और पराक्रम तथा यश से संबंध रखता है। सूर्य के इस गोचर से आपको भाई-बहनों का साथ मिलेगा और आप खुलकर दूसरों के आगे अपनी बात रख पाएंगे। तो भाई-बहनों के साथ रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए और अपनी अभिव्यक्ति की आजादी को कायम रखने के लिए अगले 30 दिनों तक धार्मिक कार्यों में सहयोग दें। 

मिथुन राशि

सूर्यदेव आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन तथा स्वभाव से संबंध रखता है।  सूर्य के इस गोचर से आपके धन में वृद्धि होने के असार कम हैं, लेकिन अगर मेहनत करेंगे तो आपको उचित फल जरूर प्राप्त होंगे।  इस दौरान आपके स्वभाव में बदलाव आएगा। किसी से भी बात करते समय अपनी भाषा का खास ख्याल रखें। लिहाजा सूर्य के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी धर्मस्थल या मंदिर में नारियल का दान करना चाहिए। 

कर्क राशि

सूर्यदेव आपके लग्न स्थान यानि पहले स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पहले स्थान का सम्बन्ध हमारे शरीर तथा मुख से है।  इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको मेहनत के बल पर आपको धन की प्राप्ति हो सकती है, आपके यश-सम्मान में भी बढ़ोतरी हो सकती है। इस दौरान लवमेट्स की भावनाओं को समझें। आपकी संतान को न्यायालय से लाभ मिलता रहेगा। लिहाजा 17 अगस्त तक सूर्यदेव के शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए अगले 30 दिनों तक रोज सुबह स्नान के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करें। 

सिंह राशि

सूर्यदेव आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शय्या सुख से है, परन्तु इस स्थान का संबंध व्यय से भी है।  सूर्य के इस गोचर से आपको शय्या सुख पाने में थोड़ी परेशानी हो सकती है, साथ ही आपके खर्चें भी कुछ हद तक बढ़ेंगे। लिहाजा सूर्य देव के अशुभ फलों से बचने के लिए तथा शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपने घर की खिड़की और दरवाजें खुले रखें, ताकि आपके घर के अंदर सूर्य की उचित प्रकाश आ सकें। 

कन्या राशि

सूर्यदेव आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्य के इस गोचर से आपकी आमदनी में वृद्धि होगी। आपको धन लाभ होंगे। साथ ही आपको अपनी इच्छाओं की पूर्ति में पूर्ण रूप से सफलता मिलेगी। इस दौरान आपको कार्यों में सफलता मिलेगी। लिहाजा सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल बनाए रखने के लिए संक्रांति के दौरान रात के वक़्त अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उन्हें किसी धर्मस्थल या मंदिर में दान कर दें। 

तुला राशि

सूर्यदेव आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध राज्य और पिता से है। सूर्य के इस गोचर से आपको अपने करियर में सफलता मिलने में थोड़ी मेहनत करनी होगी, साथ ही पिता के कार्यों को पूरा होने में थोडा समय लगेगा।  हालांकि इस दौरान कोई प्रशासनिक कार्य पूरा हो सकता है। लिहाजा अपने करियर में परेशानियों को हटाने के लिए और पिता के कार्यों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए 17 अगस्त तक अपना सिर ढक्कर रखें।  सफेद रंग की टोपी या पगड़ी पहन सकते हैं। 

वृश्चिक राशि

सूर्यदेव आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में नवें स्थान का संबंध भाग्य से होता है। अतः इस स्थान पर सूर्यदेव के गोचर से आपको अपने कार्यों में भाग्य का साथ मेहनत के बल पर मिलेगा। मेहनत से आप ऊंचाईयों को छू सकते हैं। इस दौरान कोई रुका हुआ कार्य दुबारा शुरू करते हैं तो पूरा हो सकता है।  लिहाजा 17 अगस्त तक भाग्य का साथ पाने के लिए आपके अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए घर में पीतल के बर्तन का उपयोग करें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि किसी अन्य को पीतल की कोई चीज गिफ्ट या दान न करें। 

धनु राशि

सूर्यदेव आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में आठवें स्थान का संबंध हमारी आयु से है, हमारे जीवन से है। सूर्य के इस गोचर के प्रभाव से आपका जीवन अच्छा चलेगा। आपके व्यापार में बढ़ोतरी होगी। कार्यों में परिवार वालों का सहयोग मिलेगा। लिहाजा सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए गाय की सेवा करें। साथ ही अगले 30 दिनों के दौरान जब भी मौका मिले तो बड़े भाई की मदद करें। 

मकर राशि

सूर्यदेव आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से है। सूर्य के इस गोचर से आपके दाम्पत्य रिश्ते मधुर होंगे, इस दौरान आपको महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। आपके जीवनसाथी आपके कार्यों में मदद करेंगे। आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। आय के नए स्त्रोत मिलेंगे। लिहाजा जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को बेहतर करने के लिए और दाम्पत्य जीवन में प्यार को बरकरार रखने के लिए अगले 30 दिनों के दौरान जब भी आपको मौका मिले, किसी जरूरतमंद को
भोजन कराएं। 

कुंभ राशि

सूर्यदेव आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध मित्र, शत्रुओं तथा स्वास्थ्य से होता है। सूर्य के इस गोचर से आपके जीवन में मित्रों की वृद्धि होगी और शत्रुओं की गिनती में कमी आएगी। इस दौरान स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। नौकरी में पदोन्नति होने के योग है।  लवमेट्स के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। लिहाजा 17 अगस्त तक सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए, साथ ही अपने कामों में दोस्तों का सहयोग पाने के लिए किसी मंदिर या धर्म स्थल पर बाजरा दान करें। 

मीन राशि

सूर्यदेव आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का सम्बन्ध हमारे संतान, विवेक, विद्या तथा रोमांस से है। सूर्यदेव के इस गोचर से आपको मेहनत के बल पर विद्या का लाभ मिलेगा। आपको संतान पक्ष से सुख मिलने में आ रही दिक्कतें दूर हो जाएंगी। हालांकि गुरु और जीवनसाथी के साथ अच्छे रिश्ते बनाने के लिए आपको कोशिश करनी होगी। तो 17 अगस्त तक परेशानियों को दूर करने के लिए और चीज़ों का फायदा उठाने के लिए छोटे बच्चों को कुछ गिफ्ट करें। 

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

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