Rama Ekadashi 2024 and Bhog: एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु की खास कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जातक को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। हर महीने में दो बार एकादशी का व्रत आता है एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष में। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी का व्रत करने का विधान है। इस बार रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा। तो आइए अब जानते हैं रमा एकादशी व्रत पूजा मुहूर्त से लेकर भगवान विष्णु को क्या भोग लगाएं इसके बारे में।
रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को अर्पित करें ये चीजें
एकादशी के दिन भगवान विष्णु को फल, मेवा, दूध, मखाना, खीर, बेसन का हलवा, नारियल की बर्फी, बेसन के लड्डू, चने की पंजीरी आदि चीजों का भोग लगाना चाहिए। विष्णु जी के सभी भोग में तुलसी जरूर रखें। कहते हैं कि बिना तुलसी की प्रभु नारायण का भोग या पूजा पूरी होती है। वहीं मां लक्ष्मी को सफेद रंग मिठाई अर्पित करें।
रमा एकादशी 2024 पूजा मुहूर्त और पारण का समय
- कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि आरंभ- 27 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 23 मिनट से
- कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि समाप्त- 28 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर
- रमा एकादशी पारण का समय- 29 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 31 मिनट से सुबह 8 बजकर 44 मिनट तक
- पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय- 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर
एकादशी के दिन भूलकर न करें ये काम
- एकादशी के दिन चावल और उससे बनी किसी चीज का सेवन न करें।
- एकादशी के दिन तामसिक चीजों से दूर रहें।
- एकादशी व्रत के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
- एकादशी के दिन तुलसी को स्पर्श न करें और न ही तुलसी पत्ता तोड़ें।
- एकादशी व्रत के दिन किसी को अपशब्द न करें और न ही किसी का अनादर करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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