Raksha Bandhan 2022: भाई-बहन के अटूट प्यार और विश्वास का त्यौहार रक्षाबंधन इस बार 22 अगस्त को मनाया जाएगा। सभी घरों में राखी सेलिब्रेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों से अपनी रक्षा का वचन मांग कर उन्हें राखी बांधती हैं और उनकी आरती उतारती हैं। राखी की थाली को बहुत शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि राखी की थाली को सही तरीके से सजाकर राखी बांधी जाएं तो भाई को सुखी जीवन और दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है साथ ही इन कुछ चीज़ों को रखने से भाई पर माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं रक्षाबंधन के दिन राखी की थाली में कौन सी चीज़े चीजें रखनी चाहिए।
चांदी की थाली:
जिस थाली में आप राखी का सब सामान रखने वाले हैं अगर वो थाली चांदी की ही तो इससे माँ लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं। चांदी को बेहद शुभ माना गया है। चांदी की थाली में राखी का सामान रखने से आपके भाई के जीवन में उजाला होगा और उसका घर धन-धान्य से भरा रहेगा।
कलश:
बिना कलश के कोई व्रत, पूजा संभव नहीं होता है। मान्यता है कि कलश में जीवन का अमृत होता है। कलश जीवन का पोषण करता है और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी अपने हाथ में कलश रखती हैं। इसलिए राखी की थाली में कलश का होना अनिवार्य है।
दीया:
दीया की तुलना माँ लक्ष्मी से की गई है, इसलिए थाली में दीया जरूर होना चाहिए।। दीये से प्रकाश आता है और प्रकाश जीवन में सकारात्मकता लाता है। दीये को आनंद और खुशी का प्रतीक माना जाता है।
राखी:
राखी रेशम का धागा ही नहीं होता बल्कि दो पवित्र अटूट रिश्तों को दर्शाता है। राखी का धागा उस वादे की भी याद दिलाता है। जिसे एक भाई अपनी बहन की रक्षा करने के लिए करता है।
चंदन:
राखी की थाली में चंदन ज़रूर होना चाहिए। चंदन नकारात्मकता को दूर करता है। रक्षाबंधन के दिन अपने भाई को अगर आप चंदन का तिलक लगाती हैं तो वो बेहद शुभ होता है। हिन्दू धर्म में तिलक को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। अगर आप भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं तो मां लक्ष्मी की का आशीर्वाद सदा आपके भाई पर बना रहता है।
मिठाई:
मिठाई खुशी का प्रतीक होती है। इसे सबसे पहले मां लक्ष्मी को भोग लगाया जाता है फिर आशीर्वाद के रूप में सभी को बांटा जाता है।
राखी बांधते समय इस मंत्र को जपें
मंत्र
येन बद्धो बलि राजा,दानवेन्द्रो महाबलः ।
तेन त्वाम प्रति बच्चामि रक्षे, मा चल मा चल।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)