Masik Shivratri 2022: 25 अगस्त को है मासिक शिवरात्रि व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
Masik Shivratri 2022: हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मास शिवरात्रि व्रत किया जाता है। जानिए मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
Masik Shivratri 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मास शिवरात्रि व्रत (Masik Shivratri) किया जाता है। इस बार मास शिवरात्रि व्रत 25 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शंकर की पूजा-अर्चना का विधान है। मास शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को बेलपत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग चढ़ाने के बाद शिव मंत्र का जप किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है और जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान भी निकलता है। जानिए मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
- भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - 25 अगस्त, सुबह 10 बजकर 37 मिनट से शुरू
- भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त - 26 अगस्त, दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर
मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व
मान्यताओं के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद ही शुभ शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का व्रत रखने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं साथ ही उसे मोक्ष, मुक्ति की प्राप्ति होती है। साथ ही कहा जाता है कि इस दिन शिव मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' का पूरे दिन जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं।
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
- इस दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान कर लें।
- स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें।
- हो सके तो इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनें, इस रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
- इसके बाद पूजा स्थल पर शिवजी, माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय सहित नंदी की स्थापना करें।
- फिर सभी को पंचामृत से स्नान कराएं।
- बेलपत्र, फल, फूल, धूप और दीप, नैवेद्व और इत्र भगवान को चढ़ाएं।
- इसके बाद शिव पुराण, शिव चालीसा, शिवाष्टक, शिव मंत्र और शिव आरती करें।
( लेखक के बारे में: आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं)
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