Vinayak Chaturthi 2023: मार्गशीर्ष मास की आखिरी विनायक चतुर्थी कब मनाई जाएगी? यहां जानिए पूजा का सही शुभ मुहूर्त
यह मार्गशीर्ष मास चल रहा है और वैदिक पंचांग के अनुसार प्रत्येक चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। मार्गशीष मास की अगामी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहते हैं और यह साल 2023 की आखिरी चतुर्थी है। इस बार यह कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त नोट कर लीजिए।
Vinayak Chaturthi 2023: आप सभी जानते हैं हिंदू धर्म में भगवान गणेश की पूजा का कितना महत्व है। यहां तक की इनकी पूजा किए बिना किसी भी देवी-देवता की पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। मान्यता है कि जब तक श्री गणेश की आराधना न की जाए कोई भी देवी-देवता अपनी पूजा स्वीकार नहीं करता है। इसलिए सबसे पहले इनकी आराधना की जाती है और यही कारण है कि इन्हें प्रथम पूज्यनीय देवता कहा जाता है।
अब बात करते हैं इनके दिन और तिथि की तो बुधवार का दिन विशेष रूप से गणपति महाराज को समर्पित होता है और इनकी प्रिय तिथि चतुर्थी है। प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में चतुर्थी तिथि पड़ती है जो इनकी कृपा पाने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस बार मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष और साल 2023 कि आखिरी विनायक चतुर्थी कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त आइए जानते हैं।
मार्गशीर्ष मास विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त
- विनायक चतुर्थी - 16 दिसंबर 2023 शनिवार
- चतुर्थी तिथि प्रारंभ समय- 16 दिसंबर 2023 दिन शनिवार सुबह 10 बजकर 30 मिनट से शुरू।
- चतुर्थी तिथि समापन समय - 17 दिसंबर 2023 दिन रविवार रात 8 बजकर 16 मिनट पर समाप्ति।
- विनायक चतुर्थी पूजा का मुहूर्त - 16 दिसंबर 2023 दिन शनिवार को सुबह 11 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 1बजकर 19 मिनट तक।
- पूजा अवधि - पूजा की कुल अवधि 2 घंटा 4 मिनट तक रहेगी।
विनायक चतुर्थी की पूजा का नियम
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर स्नान करें।
- उसके बाद वस्त्र पहन कर विघ्नहर्ता श्री गणेश के निमित्त विनायक चतुर्थी के व्रत का संकल्प लें
- इसके बाद एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछा कर उस पर भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करें।
- गजानन की प्रतिमा स्थापित करने के बाद कुमकुम, अक्षत, दूर्वा,मैवे-मिष्ठान, रोली, गेंदे का फूल, इत्र इत्यादि पूजा सामग्रियां में शामिल कर उनको अर्पित करें।
- पूजा सामग्री चढ़ाने के बाद गणपति महाराज को धूब दिखा कर उनकी पूजा करें। पूजा के दौरान श्री गणेश की प्रतिमा के सामने एक घी का दीप अवश्य प्रज्जवलित करें।
- पूजा समाप्त करने के बाद भगवान गणेश को दंडवत प्रणाम कर के उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। ऐसा करने से वह आपके सभी मनोरथ पूर्ण करेंगे। विनायक चतुर्थी के दिन प्रातः काल वंदना में भगवान गणेश की आरती अवश्य करें।
ये 2 चीजें भगवान गणेश को हैं अति प्रिय
अगर आप 16 दिसंबर 2023 दिन शनिवार को पड़ने वाली विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश को शीघ्र प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो इस दिन आप उन्हें सिंदूर का तिलक जरूर लगाएं। श्री गणेश को सिंदूर बहुत प्रिय है इसी के साथ आप इनका सबसे प्रिय भोग मोदक इनको चढ़ा सकते हैं। इन दोनों चीजों को अर्पित करने से भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और जीवन भर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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