Magh month niyam: 14 जनवरी 2024 से माघ माह आरंभ हो चुका है। हिंदू कैलेंडर में माघ मास 11वां महीना है। माघ में स्नान-दान करने से जातक को कई गुना अधिक लाभ मिलता है। पूजा-पाठ और जप-तप के लिए भी माघ माह बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। माघ मास में सूर्य और विष्णु जी की पूजा की जाती है। साथ ही माघ में गंगा स्नान का खास महत्व है। माघ महीने में कई प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों पर माघ मेले का आयोजन किया जाता है। वहीं हर साल माघ में प्रयागराज में संगम की रेत पर भक्तगण कल्पवास करते हैं। हिंदू धर्म में कल्पवास का विशेष महत्व होता है।
माघ माह में इन नियमों का करें पालन
- माघ माह में पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान-पुण्य अवश्य करें।
- माघ में कंबल और गर्म कपड़े दान करना अत्यंत फलदायी माना गया है।
- माघ मास के दौरान भागवद गीता का पाठ करें।
- माघ माह में सूर्य देव की उपासना करें। साथ ही सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें।
- माघ माह में रोजाना तुलसी माता की पूजा अवश्य करें।
- माघ मास में अन्न, धन, वस्त्र और काला तिल का दान जरूर करें।
- माघ माह में तामसिक चीजों का सेवन न करें।
माघ माह में कल्पवास का महत्व
माघ माह में संगम के तट पर जो लोग कल्पवास करते हैं उनको कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। कल्पवास करने से आत्मशुद्धि होती है, मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति को सभी पाप से मुक्ति मिलती है। माघ माह में कल्पवास करने से जातक जीवन सुखमय बन जाता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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