Karwa Chauth 2024: अगर आज गलती से टूट जाए करवा चौथ का व्रत तो तुरंत कर लें ये काम, पूजा हो जाएगी सफल
Karwa Chauth 2024: आज सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं। यह व्रत काफी नियम और निष्ठा के साथ किया जाता है। ऐसे में अगर किसी का व्रच गलती से टूट जाए तो क्या करना चाहिए जानिए उपाय।
Karwa Chauth Vrat 2024: करवा चौथ का व्रत बहुत ही कठिन माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं पूरा दिन बिना अन्न-पानी के निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है। इस साल करवा चौथ का त्यौहार 20 अक्टूबर 2024 को मनाया जा रहा है। निर्जला होने की वजह से करवा चौथ का व्रत काफी कठिन माना जाता है। ऐसे में जो महिलाएं पहली बार यह व्रत रख रही हैं उनके लिए थोड़ा मुश्किल होता है। पूजा से पहले ही अगर किसी का व्रत टूट या खंडित हो जाता है तो इस स्थिति में कई तरह के दोष लग सकते हैं। लेकिन धर्म शास्त्र में इसके लिए भी कुछ उपाय बताए गए हैं। तो जानिए अगर गलती से करवा चौथ का व्रत टूट जाए तो क्या करना चाहिए।
अगर आपका करवा चौथ का व्रत गलती से पूजा से पहले ही टूट गया है तो घबराएं नहीं और न ही व्रत को बीच में छोड़ें। अगर भूलवश आपका व्रत खंडित हो गया है तो तुरंत दोनों हाथ जोड़कर देवी-देवताओं से इस गलती के लिए क्षमा मांगें। क्षमा याचना करने के बाद व्रत को फिर से करने का संकल्प लें। इस उपाय को करने के लिए सबसे पहले अपने दाहिने हाथ में जल भरें और क्षमा याचना मंत्र का 51 बार जाप करें। इसके बाद जल को चंद्रमा को अर्पित कर दें। इसके बाद आपका व्रत फिर से शुरू हो जाएगा।
क्षमा याचना मंत्र है-
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्। पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥
करवा चौथ व्रत का महत्व
विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत को पूरी निष्ठा से करती हैं। इस दिन व्रती महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती और कार्तिकेय के साथ-साथ भगवान गणेश की पूजा करती हैं। इसके साथ ही करवा चौथ के दिन चंद्रमा और करवा माता की भी पूजा का विधान है। करवा चौथ का व्रत कठोर होता है और इसे अन्न और जल ग्रहण किये बिना ही सूर्योदय से रात में चंद्रमा के दर्शन तक किया जाता है। करवा चौथ का व्रत चंद्रमा के दर्शन करने और अर्घ्य देने के बाद ही खोला जाता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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