Kalashtami Upay: कालाष्टमी पर इन उपायों को करने से मिलेगी सफलता, जीवन में आएंगी खुशियां
kalashtami Upay: कालाष्टमी के दिन बाबा भैरव को खुश करने के लिए आचार्य इंदु प्रकाश द्वारा बताए इन उपायों को आप भी करें।
kalashtami Upay: प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। इस दिन भगवान शंकर के भैरव स्वरूप की उपासना की जाती है। आज के दिन सुबह किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करने के बाद पितरों का तर्पण करना चाहिए और उसके बाद भैरव जी की पूजा करनी चाहिए। जो लोग किसी नदी या तालाब में स्नान के लिए नहीं जा सकते, वो घर पर ही अपने स्नान के पानी में पवित्र नदियों का आह्वाहन करके स्नान कर लें। ऐसा करने से आपके जीवन से सारी परेशानियां दूर होंगी, हर प्रकार के भय से छुटकारा मिलेगा और सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी।
आज उन्नति के मार्ग में आए दिन मुसीबतों का सामना करने से बचने के लिए, अपने पास पैसों की बचत करने के लिए शुभ फलों की प्राप्ति के लिए, बिजनेस का फ्लो फिर से बढ़ाने के लिए, कोर्ट-केस की उलझनों से मुक्ति पाने के लिए, नौकरी में आमदनी बढ़ाने के लिए, जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए, संतान को विदेश भेजने में आ रही परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए, मेहनत का उचित फल पाने के लिए, दाम्पत्य जीवन में फिर से खुशियां भरने के लिए, घर की सुख-सम्पदा में स्थायी रूप से बढ़ोत्तरी के लिए और प्रेम-विवाह में आ रही अड़चनों से पीछा छुड़ाने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
अगर आपके दाम्पत्य जीवन में अब पहले जैसी मधुरता नहीं रही, आपका जीवनसाथी आपसे ठीक तरह से बात नहीं करता, तो आज मंदिर में तिल की बर्फी दान करें। आज के दिन ऐसा करने से आपके दाम्पत्य जीवन में मधुरता आयेगी और आपका जीवनसाथी आपसे ठीक तरह से बात करने लगेगा।
अगर आप अपने बिजनेस को दूसरे शहरों में फैलाना चाहते हैं तो उसके लिये आज किसी भैरव मन्दिर में जाकर भैरव जी को सवा सौ ग्राम साबुत उड़द चढ़ाएं और चढ़ाने के बाद उसमें से 11 उड़द के दाने गिनकर अलग निकाल लें और उन्हें एक काले कपड़े में बांधकर अपने कार्यस्थल पर तिजोरी में रख दें। साथ ही ध्यान रखें कि दानों को कपड़े में रखते समय हर दाने के साथ ये मंत्र पढ़ें। मन्त्र इस प्रकार है-
ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ
अगर आप अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज आपको भैरव जी के आगे मिट्टी के दीपक में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए साथ ही भैरव जी से अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी के लिये प्रार्थना करनी चाहिएऔर दीपक जलाते समय दो बार मंत्र पढ़ना चाहिए-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आपको जीवन में कोई परेशानी है तो उसे अपने जीवन से दूर करने केलिये आज आपको एक सरसों के तेल में चुपड़ी हुई रोटी लेकर काले कुत्ते को डालनी चाहिए। रोटी पर तेल चुपड़ते समय भैरव का ध्यान करते हुए 5 बार मंत्र का जाप करना चाहिए-
ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ
अगर आपको किसी प्रकार का भय बना रहता है, तो उस भय से छुटकारा पाने के लिये आज आपको भैरव जी के चरणों में एक काले रंग का धागा रखना चाहिए। उस धागे को 5 मिनट के लिये वहीं पर रखा रहने दीजिये और इस दौरान मंत्र का जाप कीजिये-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आपको अपने बिजनेस पार्टनर से पूरी तरह सहयोग नहीं मिल पा रहा है, जिससे आपके काम पूरे नहीं हो पा रहे हैं तो आज आपको रोटी में शक्कर मिलाकर उसका चूरमा बनाना चाहिए और उससे भैरव बाबा को भोग लगाना चाहिए। साथ ही मंत्र का जाप करना चाहिए-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आपके जीवनसाथी को किसी प्रकार की परेशानी बनी हुई है, जिसके कारण आप भी परेशान हैं तो अपनी और अपने जीवनसाथी की परेशानी को दूर करने के लिये आज आपको स्नान आदि के बाद शिव जी की प्रतिमा के आगे आसन बिछाकर बैठना चाहिए और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। शिव चालीसा के पाठ के बाद एक बार भैरव के मंत्र का भी जाप करना चाहिए-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के ऊपर किसी ने जादू-टोना करवा रखा है, जिसके असर के चलते आपका बच्चा तरक्की नहीं कर पा रहा है तो आज एक मुट्ठी काले तिल लेकर, भैरव बाबा का ध्यान करते हुए अपने बच्चे के सिर से सात बार वार दें। ध्यान रहे छ बार क्लॉक वाइज़ और एक बार एंटी क्लॉक वाइज़ वारना है। वारने के बाद उन तिलों को किसी बहते पानी के स्रोत में प्रवाहित कर दें और तिल प्रवाहित करते समय मंत्र का जाप करें-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आप किसी बात को लेकर दुविधा में पड़े हुए हैं और आप उस दुविधा से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो दुविधा का हल निकालने के लिये आज आप सात बिल्व पत्र लें और उन्हें साफ पानी से धोकर, उन पर चंदन से ‘ऊं’ लिखें। इसके बाद उन बेल पत्रों को शिवलिंग पर चढ़ा दें और हाथ जोड़कर भगवान शिव को प्रणाम करें। इसके बाद मन ही मन भैरव जी का ध्यान करके उनके मंत्र का जाप करें-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आपको लगता है कि आपके घर में निगेटिविटी बहुत अधिक हो गई है, जिसकी वजह से आपके परिवार के लोगों का किसी काम में अच्छे से मन नहीं लगता, तो आज आपको मौली से एक लंबा-सा धागा निकालकर, उसमें सात गांठे लगाकर अपने घर के मेन गेट पर बांधना चाहिए। एक-एक गांठ लगाते समय मंत्र का जाप भी करें-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आप अपने आर्थिक रूप से लाभ को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं तो आज आपको स्नान आदि के बाद भैरव जी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए और उन्हें जलेबी का भोग लगाना चाहिए। साथ ही उनके मंत्र का जाप करना चाहिए-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
अगर आप अपने जीवन में स्थिरता बनाये रखना चाहते हैं तो उसके लिये आज आपको स्नान आदि के बाद भैरव बाबा को काले तिल अर्पित करने चाहिए। साथ ही घंटा या घंटी बजाकर मंत्र बोलते हुए भगवान की पूजा करनी चाहिए। वो मंत्र इस प्रकार है-
‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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