ज्येष्ठ पूर्णिमा पर बन रहा है शुभ संयोग, इन उपायों को करने से धन-दौलत से भर जाएगी तिजोरी
Jyeshtha Purnima 2023 Upay: हिंदू धर्म में पूर्णिमा के दिन का खास महत्व है। इस दिन पूजा-अर्चना, दान, स्नान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं ज्येष्ठ मास में पूर्णिमा कब है और उस दिन क्या करना चाहिए।
Jyeshtha Purnima 2023: इस साल 3 जून 2023 को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पड़ रही है। हिंदू धर्म में अमावस्या और पूर्णिमा दोनों का विशेष महत्व है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा करवाना काफी शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान-दान और पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कुछ ज्योतिषि उपायों को करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है।
ज्येष्ठ पूर्णिामा के दिन करें ये अचूक उपाय
1. अगर आप अपने कारोबार में वृद्धि सुनिश्चित करना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान आदि के बाद 11 तुलसी के पत्ते लीजिए। अब उन तुलसी के पत्तों को अच्छे से धोकर, साफ कपड़े से पोंछ लीजिए। इसके बाद एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेकर पानी की सहायता से उसका घोल बना लीजिए। अब उन तुलसी के पत्तों पर हल्दी से 'श्री' लिखकर भगवान को अर्पित कीजिये। साथ ही भगवान से अपने कारोबार में वृद्धि के लिये प्रार्थना कीजिए।
2. अगर आप अपने घर-परिवार में अन्न-धन की बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आप 900 ग्राम चने की दाल लीजिए और उसे सत्यनारायण भगवान के चरणों में स्पर्श कराइये। इसके बाद उस चने की दाल को किसी सुपात्र ब्राह्मण को दान कर दें।
3. अगर आप अपनी सेहत को बेहतर बनाये रखना चाहते हैं तो अपनी अच्छी सेहत के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आपको प्रसाद के लिये थोड़ा-सा आटा लेना चाहिए और उसे कढ़ाई में डालकर घी में भूनना चाहिए। साथ ही उसमें थोड़ी-सी शक्कर भी डालनी चाहिए। इस प्रकार आपका प्रसाद तैयार हो जायेगा। अब आप उस तैयार प्रसाद में कुछ केले के टुकड़े डालिए और उसका भगवान को भोग लगाइए। भोग लगाने के बाद बाकी बचे हुए प्रसाद को अपने परिवार के सदस्यों में और बाहर छोटे बच्चों में बांट दें।
4. अगर आप अपने साथ हमेशा परिवार का सहयोग बनाये रखना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आपको स्नान आदि के बाद तुलसी के पौधे में पानी डालना चाहिए और सत्यनारायण भगवान का ध्यान करना चाहिए। इसके बाद तुलसी की जड़ के पास से थोड़ी-सी गिली मिट्टी लेकर, उससे परिवार के सब सदस्यों को तिलक लगाएं और साथ ही स्वयं भी माथे पर तिलक लगाएं।
5. अगर आपका कोई ऐसा काम है, जिसे आप जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं तो उसे पूरा करने के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर लक्ष्मी-नारायण के मंदिर में जाना चाहिए और भगवान को कटे हुए गोले के टुकड़े और मिश्री का प्रसाद अर्पित करना चाहिए। साथ ही अपने काम के जल्द से जल्द पूरा होने की प्रार्थना करनी चाहिए।
6. अगर बिजनेस को लेकर आपका पार्टनर आपकी कोई बात नहीं मान रहा है, सिर्फ अपने अपने आप पर थोप रहा है तो ऐसी स्थिति को ठीक करने के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आपको नारायण के मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है- 'ऊँ नमो भगवते नारायणाय।'
7. अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आपको स्नान आदि के बाद थोड़ी-सी रोली लेनी चाहिए और उसमें दो-चार बूंद घी डालना चाहिए। अब घी और रोली को अच्छे से मिला लीजिए। इसके बाद इस रोली से अपने घर के मंदिर के बाईं और दाई दोनों तरफ स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं।
8. अगर आप अपने जीवनसाथी के साथ प्यार बरकरार रखना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान आदि के बाद सत्यनारायण भगवान को चन्दन का तिलक लगाएं। साथ ही देवी लक्ष्मी को लाल चुनरी चढ़ाएं।
9. अगर आप अपने कार्यों की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिये ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आप सत्यनारायण भगवान को चंदन की खुशबू अर्पित करें। साथ ही भगवान को किसी पीले रंग की मीठाई का भोग लगाएं।
10. अगर आप अपने घर-परिवार को, अपने आस-पास खास लोगों को हमेशा खुश देखना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर सत्यनारायण भगवान की विधि-पूर्वक पूजा करें। पूजा के बाद हाथ में पीले फूलों की पुष्पांजलि लेकर भगवान को अर्पित करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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