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Hindi News धर्म त्योहार Guru Uday 2023: आज से हुआ गुरु का उदय, जानें विवाह और गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त

Guru Uday 2023: आज से हुआ गुरु का उदय, जानें विवाह और गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त

आज गंगा सप्तमी है, शास्त्रों के अनुसार आज ही के दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इसे गंगा जयंती के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही आज गुरु पुष्य नक्षत्र योग (guru pushya yog 2023) भी बन रहा है।

vivah muhurat 2023- India TV Hindi Image Source : FREEPIK guru ka uday 2023

आज गंगा सप्तमी है, शास्त्रों के अनुसार आज ही के दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इसे गंगा जयंती के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही आज 27 अप्रैल को गुरु ग्रह का उदय मेष राशि में हुआ है, जिससे गुरु पुष्य नक्षत्र योग बन रहा है। गुरु पुष्य नक्षत्र योग में किए गए कार्य का फल स्थाई होता है, गुरु उदय हो चुका है इसलिए अब विवाह और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।

विवाह के शुभ मुहूर्त 2023

मई: साल 2023 के मई महीने के विवाह मुहूर्त की तारीख इस प्रकार है- 6, 8, 9, 10, 11, 15, 16, 20, 21, 22, 27, 29 और 30
जून: साल 2023 के जून महीने के विवाह मुहूर्त की तारीख इस प्रकार है- 1, 3, 5, 6, 7, 11, 12, 23, 24, 26 और 27

गृह प्रवेश मुहूर्त 2023

मई: साल 2023 के मई महीने के गृह प्रवेश मुहूर्त की तारीख इस प्रकार है- 6, 11, 15, 20, 22, 29 और 31
जून: साल 2023 के जून महीने में 12 तारीख को गृह प्रवेश मुहूर्त है।

भद्रा काल

आज यानी 27 अप्रैल दोपहर 1 बजकर 38 मिनट से  शुरू होकर देर रात 2 बजकर 49 मिनट तक पृथ्वी लोक की भद्रा रहेगी। दरअसल, जिस दिन चन्द्रमा कुंभ, मीन, कर्क या सिंह राशि में होता है, उस दिन पृथ्वी लोक की भद्रा होती है और आज चन्द्रमा कर्क राशि में है। वैसे तो पृथ्वी लोक की भद्रा के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है, लेकिन कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य भी हैं, जो अशुभ भद्रा के दौरान करने से सिद्ध होते हैं। जैसे- किसी भी तरह के वाद-विवाद के लिये, किसी पर मुकदमा करने के लिये, शत्रु पक्ष से मुकाबले के लिये, शस्त्र आदि के प्रयोग के लिये, सर्जिक स्ट्राइक के लिये, छापा मारने के लिये, राजनीतिक कार्यों में तरक्की के लिये, अग्नि से संबंधित कार्य के लिये, हवन आदि के लिये, पशु संबंधी कार्यों के लिये, दाम्पत्य संबंधों की ऊष्मा को बनाये रखने के लिये, तंत्र-मंत्र के प्रयोग के लिये पृथ्वी लोक की भद्रा बड़ा ही प्रशस्त है।

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

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