Ganesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश को सबी देवताओं में सबसे पहले पूजा जाता है। विघ्नहर्ता गणेश सभी की मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। बुद्धि और शुभता के देव भगवान श्रीगणेश का महापर्व ‘गणेश चतुर्थी' (Ganesh Chaturthi ) की तैयारियां शुरू हो गई हैं। ‘गणेश चतुर्थी' आने में महज़ कुछ ही दिन बचे हैं। इस त्योहार को बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। खासतौर पर महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के लोग इस पर्व को बड़े ही प्रेम के साथ मनाते हैं।
गणपति बप्पा का ये त्योहार पूरे 10 दिनों तक चलता है। लोग अपने-अपने घरों में गणपति जी को विराजमान करते हैं। भक्तों अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार गणेश जी को 4-5 दिन और कुछ लोग तो पूरे 10 दिन तक रखते हैं। फिर गणपति बप्पा का विसरजन किया जाता है। साथ प्रार्थना की जाती है कि अगले साल भी वो हमारे घर ज़रूर आएं। लेकिन क्या आप जानते घर लाए जाने वाले गणेश की मूर्ति खरीदने से पहले और उन्हें विराजमान करवाने से पहले कई बातों का ध्यान रखा जाता है।
Image Source : PixabayGanesh Chaturthi 2022
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, गणेश जी की हर मूर्ति और तस्वीर का अलग-अलग महत्व होता है। साथ ही इन्हें आकार और मूर्ति के हिसाब से अळग-अलग स्थान पर रखा भी जाता है। जो व्यक्ति नौकरी व कारोबार संबंधी समस्या में है वे गणेश जी की सिंदूरी स्वरूप की फोटो या मूर्ति को अपने घर और काम करने वाली जगह पर रखें। ऐसा करने से आपके बंद दरवाज़े भी खुल जाएंगे।
माना जाता है कि जब भी आप गणपति जी की मूर्ति खरीदें तो हमेशा उनकी बैठे हुए वाली मूर्ति ही लेनी चाहिए। इस तरह की मूर्ति को शुभ माना जाता है। ऐसी मूर्ति की पूजा करने से स्थाई लाभ होता है। वास्तु-शास्त्र की मानें तो भगवान श्री गणेश की नृत्य करती हुई मूर्ति घर में नहीं लानी चाहिए। ऐसा करने से आपके घर में कलेश होने की संभावना बढ़ जाती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।