Chandra Grahan 2024: आज इतने बजे से शुरू हो जाएगा चंद्र ग्रहण, जान लीजिए इस दौरान क्या सावधानियां बरतें
Lunar Elipse 2024: 25 मार्च को साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इस दौरान इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। तो आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के समय क्या-क्या करना चाहिए।
Chandra Grahan 2024: आज फाल्गुनी पूर्णिमा के दिन खग्रास चंद्र ग्रहण है। जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा क्रमशः एक ही सीध में होते हैं या चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है, तब चंद्र ग्रहण लगता है और अबकी बार चन्द्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की प्रच्छाया से ढका हुआ रहेगा। अतः यह खग्रास चंद्र ग्रहण होगा। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि यह चंद्र ग्रहण कितने बजे लगेगा, सूतक काल के दौरान क्या नहीं करना चाहिए।
इन जगहों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण
आपको बता दें कि ग्रहण की शुरुआत उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र पर होगा। लेकिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र आज सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक ही रहेगा, उसके बाद हस्त नक्षत्र लग जाएगा लिहाजा यह ग्रहण हस्त नक्षत्र पर भी लगेगा। साथ ही यह भी बता दें कि यह ग्रहण कन्या राशि पर लगने वाला है। यह ग्रहण भारत में अदृश्य है यानि नहीं दिखेगा लेकिन नार्वे, स्विट्जरलैंड, जापान, रूस, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, हॉलैंड, बेल्जियम, इटली, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका आदि क्षेत्रों में भी दिखेगा।
चंद्र ग्रहण का समय
भारतीय समयानुसार इस चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल आज यानि 25 मार्च को सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर होगा। इसका मध्य काल दोपहर बाद 3 बजकर 2 मिनट पर होगा और इसका मोक्ष काल दोपहर बाद 3 बजकर 2 मिनट पर होगा। अतः इस ग्रहण का पर्वकाल 4 घंटे 36 मिनट का होगा, जबकि इसका सूतक आज बीती रात 1 बजकर 23 मिनट से ही शुरू हो गया था। जानकारी के लिए बता दें कि
चंद्र ग्रहण का सूतक, ग्रहण प्रारंभ होने के 9 घंटे पहले लग जाता है। ग्रहण के सूतक के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सूतक काल के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
ग्रहण के दौरान चारों तरफ निगेटिविटी बहुत अधिक फैल जाती है, जिसका असर ग्रहण प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों पर भी पड़ता है। इसलिए सूतक लगने पर घर में सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डालनी चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद दूब को निकालकर फेंक देना चाहिए।
ग्रहण के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
- ग्रहण के समय रसोई से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए, खासकर कि खाना नहीं बनाना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को इस दौरान अपना खास ख्याल रखना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं करना चाहिए।
- ग्रहण के समय सुई में धागा नहीं डालना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान कुछ छीलना, काटना नहीं चाहिए।
- ग्रहण के समय कुछ छौंकना या बघारना नहीं चाहिए।
- ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना चाहिए और चंद्रदेव के मंत्रों का तेज आवाज में उच्चारण करना चाहिए। चन्द्रदेव के मंत्र इस प्रकार हैं- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:। ऊँ ऐं ह्रीं सोमाय नमः।
- इस मंत्र का जाप करने से आपके आस-पास निगेटिविटी नहीं रहेगी।
इसके अलावा आज आपको अपने ईष्ट देव का ध्यान करना चाहिए। साथ ही विश्वेदेवों का ध्यान करना चाहिए। आपको बता दें कि विश्वेदेवो में दस देवता सम्मिलित हैं- इनमें इन्द्र, अग्नि, सोम, त्वष्ट्रा, रुद्र, पूखन्, विष्णु, अश्विनी, मित्रावरूण और अंगीरस शामिल हैं। आज इन सबका मंत्रों के साथ इस प्रकार ध्यान करना चाहिए-
- ऊँ इन्द्राय नमः।
- ऊँ अग्नये नमः।
- ऊँ सोमाय नमः।
- ऊँ त्वष्ट्राय नमः।
- ऊँ रुद्राय नमः।
- ऊँ पूखनाय नमः।
- ऊँ विष्णुवे नमः।
- ऊँ अश्विनीये नमः।
- ऊँ मित्रावरूणाय नमः।
- ऊँ अंगीरसाय नमः।
इन मंत्रों के जाप के साथ ही ग्रहण के सूतक के दौरान थोड़ा-सा अनाज और कोई पुराना पहना हुआ कपड़ा, हो सके तो सफेद रंग का कपड़ा निकालकर अलग रख दें और जब ग्रहण समाप्त हो जाये तब उस कपड़े और अनाज को आदरसहित, रिक्वेस्ट के साथ किसी सफाई-कर्मचारी को दान कर दें। इससे आपको चंद्रदेव के शुभ फल प्राप्त होंगे।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
ये भी पढ़ें-
Holi 2024: होली के दिन अपनी राशि अनुसार लगाएं गुलाल-अबीर, जिंदगी में बने रहेंगे खुशियों के रंग
Lunar Eclipse 2024: होली पर चंद्र ग्रहण का साया, जानें सभी 12 राशियों पर क्या होगा असर?