Saraswati Mantra: आज बसंत पंचमी पर मां सरस्वती के इन मंत्रों से करें पूजा, समय पलटते नहीं लगेगी देर, विद्या-बुद्धि का मिलेगा आशीर्वाद
आज 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। आज मां सरस्वती का जन्मोत्सव भी है। यदि आज आप मां सरस्वती की पूजा उनके विशेष मंत्रों के साथ करेंगे, तो आपको मां शारदा की कृपा मिलेगी। साथ ही विद्या-बुद्धि और जीवन में सफलता का वरदान भी प्राप्त होगा।
Saraswati Puja Mantra: हिंदू धर्म में मां सरस्वती को विद्या, ज्ञान, वाणी, विवेक, कला और संगीत की देवी के रूप में पूजा जाता है। आज 14 फरवरी 2024 के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार आज ही के दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था, जिनका एक नाम शारदा भी है। ऐसे में जो लोग बुद्धि-विद्या और ज्ञान को प्राप्त करना चाहते हैं और जिनको जीवन में अपार सफलता चाहिए। उनके लिए बसंत पंचमी का दिन सर्वश्रेष्ठ है। क्योंकि आज के दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
पूजा पद्धति के अनुसार यदि किसी देवी-देवता की आराधना उनके विशेष मंत्रों से की जाए, तो इसका फल शीघ्र प्राप्त होता है। यदि आज आप बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा उनके विशेष मंत्रों से करते हैं, तो इसका कई गुना अधिक फल आपको मिलेगा और मां आपकी हर मनोकामना को पूर्ण करेंगी। मां शारदा के जिन मंत्रों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, उनका आज अवश्य जाप करें। ऐसा करने से जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त होती है और धन-धान्य की संपन्नता बनी रहती है। पूजा पद्धति में इन मंत्रों को बहुत फलदायक बताया है। आइए जानते हैं देवी सरस्वती के मंत्रों के बारे में साथ ही जानेंगे उनका जाप करने की सही विधि।
मां सरस्वती के विशेष मंत्र
मां सरस्वती का मूल मंत्र- ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः
पूजा पद्धति के अनुसार इस मंत्र का आज बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा के दौरान जाप करने से ज्ञान, बुद्धि और स्मृति शक्ति में वृद्धि होती है। यह मां शारदा का सबसे सरल और प्रभावशाली मंत्र है।
सरस्वती गायत्री मंत्र- ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्
देवी सरस्वती का यह गायत्री मंत्र सबसे ज्यादा लाभकारी माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से देवी सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है और वह प्रसन्न होकर बुद्धि, विवेक और ज्ञान की वृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। मान्यता है कि इस मंत्र का विधि पूर्वक जाप करने से हर क्षेत्र में व्यक्ति को सफलता मिलती है।
सरस्वती बीज मंत्र- ऐं
मन की शांति और एकाग्रता के लिए देवी सरस्वती के इस बीज मंत्र का जाप करना चाहिए।
सरस्वती स्तुति- या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की ये स्तुति करने से अपार सुख-संपदा प्राप्त होती है। इस स्तुति का पाठ करने से देवी का आशीर्वाद मिलता है और समाज में मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है।
इन मंत्रों के अलावा आप बसंत पंचमी वाले दिन पूजा के दौरान मां सरस्वती की आरती अवश्य करें। ऐसा करने से आपको जीवन के समस्त वैभव सुख और विद्या-बुद्धि की प्राप्ति होगी।
सरस्वती पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- मां शारदा के इन मंत्रों का जाप करने से पहले स्नान करना जरूरी है और साफ सुथरे वस्त्र धारण करना चाहिए।
- पूजा पद्धति के अनुसार मंत्रों का विषम संख्या में जाप करना चाहिए। जैसे कि आप मंत्रों को 9,11, 21 माला जाप कर सकते हैं। साथ ही ध्यान रखें मंत्र जाप की जितनी संख्या का संकल्प लिया है उसे पूरा कर के ही उठें।
- मंत्र जाप से पहले मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र को एक चौकी पर स्थापित करें या मंत्र जाप करते समय देवी मां का ध्यान करें।
- मां शारदा के मंत्र जाप से उपासना करते समय उनके निमित्त एक घी का दीया जरूर जलाएं।
- इसी के साथ मंत्र जाप करने से पहले एक आसन बिछा लें और उस पर बैठ कर जाप करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
ये भी पढ़ें-