17 November 2024 Ka Panchang: रविवार को रखा जाएगा अशून्य शयन व्रत, जानें मुहूर्त और राहुकाल का समय
17 November 2024 Ka Panchang: आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए 17 नवंबर 2024 का शुभ मुहूर्त क्या है। साथ ही जानें रविवार का राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
17 November 2024 Ka Panchang: 17 नवंबर को मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि रविवार का दिन है। द्वितीया तिथि रविवार रात 9 बजकर 7 मिनट तक रहेगी। 17 नवंबर को रात 8 बजकर 21 मिनट तक शिव योग रहेगा। साथ ही रविवार शाम 5 बजकर 23 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा 17 नवंबर को अशून्य शयन व्रत है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए रविवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
17 नवंबर 2024 का शुभ मुहूर्त
- मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि- 17 नवंबर 2024 को रात 9 बजकर 7 मिनट तक
- शिव योग- 17 नवंबर को रात 8 बजकर 21 मिनट तक
- रोहिणी नक्षत्र- 17 नवंबर को शाम 5 बजकर 23 मिनट तक
- 17 नवंबर 2024 व्रत-त्यौहार- अशून्य शयन व्रत
राहुकाल का समय
- दिल्ली- शाम 04:16 से शाम 05:26 तक
- मुंबई- शाम 04:36 से शाम 06:00 तक
- चंडीगढ़- शाम 04:05 से शाम 05:24 तक
- लखनऊ- दोपहर बाद 03:54 से शाम 05:15 तक
- भोपाल- शाम 04:12 से शाम 05:34 तक
- कोलकाता- दोपहर बाद 03:29 से शाम 04:52 तक
- अहमदाबाद- शाम 04:31 से शाम 05:54 तक
- चेन्नई- शाम 04:13 से शाम 05:39 तक
सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय- सुबह 6:44 am
- सूर्यास्त- शाम 5:26 pm
अशून्य शयन व्रत
आज अशून्य शयन द्वितीया व्रत किया जाएगा। चातुर्मास के चार महीनों के दौरान प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को यह व्रत किया जाता है। यहां एक बात यह समझ लेते हैं कि द्वितीया तिथि में रात को चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर अशून्य शयन व्रत का पारण किया जाता है और द्वितीया तिथि आज रात 9 बजकर 7 मिनट तक रहेगी। यानी द्वितीया तिथि में चंद्रोदय आज ही होगा। लिहाजा अशून्य शयन व्रत आज ही किया जाएगा। जिस प्रकार स्त्रियां अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये करवाचौथ का व्रत करती हैं, ठीक उसी तरह पुरूषों को अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये यह व्रत करना चाहिए।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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