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Hindi News धर्म चाणक्य नीति Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार इन 4 लोगों के काम में भूलकर भी न दें दखल, भुगतने पड़ सकते हैं गंभीर परिणाम

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार इन 4 लोगों के काम में भूलकर भी न दें दखल, भुगतने पड़ सकते हैं गंभीर परिणाम

Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार, किन लोगों के बीच में आपको भूलकर भी कभी दखल नहीं देना चाहिए, आज हम इस बारे में आपको अपने इस लेख में जानकारी देंगे।

Chanakya Niti- India TV Hindi Image Source : FILE Chanakya Niti

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन काल में कई ऐसी शिक्षाएं दी हैं, जिनको अगर हम अपने जिंदगी में आजमाएं तो कई बुरी स्थितियों से हम बच सकते हैं। सुखी और शांतिपूर्ण जीवन के रहस्य चाणक्य नीति में छुपे हुए हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि, किन लोगों के कार्य में हमें दखल देने से बचना चाहिए। चाणक्य नीति के अनुसार, इन लोगों के कार्यों में दखल देने से गंभीर परिणाम हमको भुगतने पड़ सकते हैं। 

पति-पत्नी के बीच न दें दखल
चाणक्य कहते हैं कि, समझदार व्यक्ति वही है जो कभी भी पति-पत्नी के बीच दखल नहीं देता। फिर चाहे वो लड़के या लड़की के माता-पिता ही क्यों न हों, उन्हें भी पति-पत्नी के बीच दखल देने से बचना चाहिए। वर्तमान समय में भी चाणक्य की यह सीख उतनी ही प्रासंगिक है जितनी पहले थी। आज भी पति-पत्नी के बीच कई बार लोग आ जाते हैं, और इससे रिश्ता सुधरने की जगह और बिगड़ जाता है, इसलिए कभी भी पति-पत्नि के बीच किसी को भी दखल नहीं देना चाहिए। 

ज्ञानियों के बीच में दखल देने से बचें
जब भी कोई दो ज्ञानी लोग किसी विषय पर चर्चा कर रहे हों तो उनके बीच में पड़ने से आपको हमेशा बचना चाहिए। इससे उनकी बातचीत में तो खलल पड़ता ही है, साथ ही आपका ऐसा करना मूर्खता से अधिक कुछ नहीं होता। इससे आपकी छवि भी समाज में खराब होती है। आपका ऐसा करना आपके आत्मसम्मान को भी गिरा सकता है। 

पशुओं के बीच में न दें दखल
चाणक्य मानते हैं कि चाहे दो पशु एक साथ विहार कर रहे हों या पशुओं का झुंड कहीं आपको दिखे तो उनके बीच दखल देने से, या उन्हें चोट पहुंचाने से आपको बचना चाहिए। आपका ऐसा करना उन पशुओं को क्रोधित कर सकता है और आपको चोट भी इसकी वजह से पहुंच सकती है। यह बात कहकर चाणक्य हमको यह संदेश देने की कोशिश भी करते हैं कि हमें, कभी भी जानवरों को परेशान नहीं करना चाहिए। 

हवन और पुजारी के बीच न दें दखल
चाणक्य नीति के अनुसार, अगर कोई पुजारी हवन कर रहा हो तो आपको कभी भी बीच में दखल नहीं देना चाहिए। यानि कि पुजारी के कार्य में दखल देने से आपको बचना चाहिए। इससे यज्ञ की प्रक्रिया में बाधा आती है और आपको लोगों तथा पुजारी के क्रोध का सामना भी करना पड़ सकता है। 

आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई इन शिक्षाओं को जीवन में अपनाकर आप कई बुरी स्थितियों से बच सकते हैं। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

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