Chanakya Niti: भारत के महान अर्थशास्त्री, कूटनीतिज्ञ और राजनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य की नीतियां कई मनुष्यों को कठिनाइयों से निकलने का भी संबल देती हैं। मानव आधारित इन नीतियों को अपनाकर तरक्की और सम्मान की सीढ़ियां चढ़ी जा सकती हैं। चाणक्य नीति में पुरुषों के लिए कुछ ऐसी बातों के बारे में बताया गया है, जिसे उन्हें किसी को नहीं बताना चाहिए। अगर अनजाने में भी पुरुषों की ये बातें किसी के सामने खुल जाएं तो उनके लिए मुसीबतें जन्म लेने लगती हैं।
पत्नी से जुड़ी हर बात को रखें गुप्त
अक्सर पुरुष अपनी पत्नी से नाराज होकर उसका ढिंढोरा न केवल परिजनों में बल्कि दोस्तों से भी पीट देते हैं। यह उनके पतन का पहला कदम होता है। पत्नी के चरित्र, व्यवहार और अन्य तरह की चीजों की बातों का जिक्र दूसरों से कभी नहीं करना चाहिए।
अपने अपमान को रखें गुप्त
कई बार पुरुषों को अपमान सहना पड़ता है। अपने अपमान का ज़िक्र कभी भी किसी से न करें। लेकिन कई बार लोग अपने बेहद नज़दीकी को अपने अपमान के बारे में बता देते हैं। आचार्य चाणक्य ने ऐसे पुरुषों को महामूर्ख कहा है। उनकी नीति के मुताबिक, पुरुषों को अपने अपमान की बात सदैव गुप्त रखनी चाहिए। दूसरों को पता चल जाए तो वह मजाक उड़ाने लगते हैं।
अपनी कमजोरी किसी को न बताएं
हर इंसान के अंदर किसी न किसी बात का दुख, तकलीफ और कमजोरी होती है।ऐसे में चाणक्य नीति में साफ-साफ कहा गया है कि कभी भी पुरुषों को अपना दुख दूसरों से नहीं कहना चाहिए। अपना दुख अपने आप तक रखने से आपको कभी इस बता का डर नहीं होगा की कोई आपकी कमजोरी का फायदा उठा पाएगा।
धन के बारे में किसी को न बताएं
पुरुष दिन-रात मेहनत करके अपने और परिवार के लिए धन इकट्ठा करते हैं लेकिन अक्सर अपनी बेवकूफियों की वजह से उसे खो भी देते हैं। चाणक्य नीति के मुताबिक, धन पुरूष की ताकत होता है। धन के नष्ट होते ही पुरुषों का समाज में सम्मान खत्म होने लगता है। इसलिए धन को सदैव गुप्त रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
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