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आचार्य चाणक्य के अनुसार, गलती से भी न सताएं इन 5 लोगों को, रूठ जाएंगी माता लक्ष्मी

अगर आप माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आचार्य चाणक्य के अनुसार आपको इन लोगों को कभी नहीं सताना चाहिए।

Chanakya Niti- India TV Hindi Image Source : SOCIAL Chanakya Niti

आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में कई ऐसी शिक्षाएं दी हैं जो आज भी प्रासंगिक हैं। चाणक्य की शिक्षाओं को समझकर हम अपने जीवन में कई अच्छे बदलाव ला सकते हैं। आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जिन्हें करने से आपको बचना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति को माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करनी है तो उसे, स्त्रियों के साथ ही इन 4 का अनादर करने से और इनको सताने से बचना चाहिए। आइए विस्तार से जानते है इसके बारे में। 

स्त्रियों को न सताएं
चाणक्य नीति शास्त्र में कहते हैं कि, जो व्यक्ति स्त्रियों का अनादर करता है उनको सताता है, उसके घर में माता लक्ष्मी का कबी स्थायी स्थान नहीं रहता। स्त्री को देवी लक्ष्मी का ही रूप माना जाता है, और उनका अपमान करने से या उन्हें सताने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। अगर चाहते हैं कि, लक्ष्मी कृपा आपके जीवन में बनी रहे तो गलती से भी स्त्रियों को न सताएं।

गुरु, बुजुर्गों और संतों का अनादर
गुरु, संतों और बुजुर्गों को सम्मान न देने से भी माता लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं। चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति अपने गुरुओं और बुजुर्गों का अपमान करता है या उन्हें सताने का प्रयास करता है उससे माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं। ऐसे लोगों के जीवन में प्रयास करने पर भी धन नहीं आता। अगर ये धन कमाते भी हैं तो वो व्यर्थ की चीजों पर ज्यादा खर्च हो सकता है।

ब्राह्मणों का अपमान
ब्राह्मण ज्ञान और शिक्षा के प्रतीक हिंदू धर्म में माने जाते हैं। उनका अनादर या अपमान करने से लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलना बंद हो जाता है। चाणक्य के अनुसार, विद्वानों और आचार्यों का सम्मान करना बेहद आवश्यक है, इनका आदर किए बिना धन और समृद्धि जीवन में प्राप्त नहीं हो सकती।

गरीबों को कभी न सताएं
जो व्यक्ति गरीबों पर अत्याचार करता है उस पर न केवल माता लक्ष्मी रुष्ट होती हैं बल्कि सभी देवी-देवता ऐसे व्यक्ति पर क्रोध प्रकट करते हैं। ऐसा व्यक्ति लक्ष्मी जी की कृपा से वंचित रह जाता है। दान और सेवा को चाणक्य ने धन के स्थायित्व के लिए महत्वपूर्ण माना है, इसलिए गरीबों का सम्मान करने वाले और उनकी मदद करने वालों पर माता लक्ष्मी हमेशा प्रसन्न रहती हैं।

पशुओं का अनादर या अत्याचार
चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति बेजुबान और निर्दोष पशुओं पर अत्याचार करता है, उस पर लक्ष्मी माता का क्रोध बरसता है। वहीं दया और करुणा का भाव रखने वाले व्यक्ति पर लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसलिए गलती से भी आपको जानवरों पर अत्याचार नहीं करना चाहिए। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

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