Surya Gochar 2022: सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर, इन राशियों का बदलेगा भाग्य, जीवन में आएंगी खुशियां
Surya Gochar 2022: सूर्यदेव के इस गोचर से 16 दिसम्बर तक विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या असर होगा, सूर्यदेव ने आपके किस स्थान पर गोचर किया है और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
Surya Gochar 2022: सूर्यदेव कल दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर तुला राशि से निकल कर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जायेंगे। संक्रांति का पुण्यकाल दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से लेकर सूर्यास्त तक रहेगा और 16 दिसम्बर की सुबह 9 बजकर 55 मिनट तक वृश्चिक राशि में ही गोचर करते रहेंगे। उसके बाद धनु राशि में प्रवेश कर जायेंगे। साथ ही सूर्य के किसी भी संक्रांति वाले दिन पुण्यकाल का बहुत महत्व होता है। वृश्चिक संक्रांति के दिन धन, कर्म और दान पुण्य का महत्व होता है। इसलिए इस दिन खाने-पीने की वस्तुएं और कपड़े दान करने का विशेष महत्व होता है। सूर्यदेव के इस गोचर से 16 दिसम्बर तक विभिन्न राशि वाले लोगों पर क्या असर होगा, सूर्यदेव ने आपके किस स्थान पर गोचर किया है और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए ये सब जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
सूर्यदेव ने आपके आठवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके स्वास्थ्य से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। 16 दिसम्बर तक आपको अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। बाहर का तला-भुना खाने से आपको बचना चाहिए और रूटीन एक्सरसाइज पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए काली गाय या बड़े भाई की सेवा करें।
वृष राशि
सूर्यदेव ने आपके सातवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध सीधे तौर पर जीवनसाथी से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके संबंध बहुत अच्छे रहेंगे। आपको अपने हर कार्य में जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। वो आपके कदम से कदम मिलाकर चलेंगे। बेहतर होगा की विश्वास बनाए रखें। लिहाजा 16 दिसम्बर तक जीवनसाथी का साथ बनाए रखने के लिए भगवान शिव की उपासना करें और 'ॐ नमः शिवाय’ मन्त्र का जप करें।
मिथुन राशि
सूर्यदेव ने आपके छठे स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध मित्रों और शत्रुओं से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपके दोस्त आपकी बातों से असहमत हो सकते है। बेहतर होगा इस दौरान अपने दोस्तों के साथ संभलकर बात करें और अपने आप पर विश्वास करें। साथ ही अपने विरोधियों के प्रति भी सावधान रहें। वो आपकी दोस्ती में परेशानी खड़ी करने की कोशिश कर सकते हैं। लिहाजा 16 दिसम्बर तक दोस्तों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए और शत्रुओं से बचाव के लिए तांबे के लोटे में पानी डालकर उसमे लाल चन्दन मिलाकर सूर्य को जल चढ़ाएं।
कर्क राशि
सूर्यदेव ने आपके पांचवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध विद्या, गुरु, विवेक, रोमांस और संतान से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से विद्या के क्षेत्र में आपकी बढ़ोतरी होगी। आपको अपने टीचर्स से और गुरु से पूरा सपोर्ट मिलेगा। आपका विवेक बना रहेगा। रोमांस के क्षेत्र में भी आप आगे रहेंगे। आपका पार्टनर आपसे खुश रहेगा। साथ ही आपको संतान सुख मिलेगा। वो आपकी हर संभव कार्य में मदद करेंगे। इस दौरान सूर्यदेव की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए पक्षियों को दाना डालें।
सिंह राशि
सूर्यदेव ने आपके चौथे स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध भूमि, भवन, वाहन और माता से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने कार्यों में माता से पूरा सहयोग मिलेगा। वो आपके हर फैसले में आपके साथ खड़ी रहेंगी। साथ ही इस दौरान आपको भूमि, भवन और वाहन का लाभ भी मिल सकता है। लिहाजा 16 दिसम्बर तक सूर्यदेव के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी जरूरतमंद को भोजन खिलाएं।
कन्या राशि
सूर्यदेव ने आपके तीसरे स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके भाई-बहनों और आपकी अभिव्यक्ति से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से भाई-बहनों के साथ आपके संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकता है। इस दौरान आपको किसी से भी कोई बात करते समय अपने हाव-भाव, यानी एक्सप्रेशन पर भी थोड़ा ध्यान देना चाहिए। लिहाजा सूर्यदेव के शुभ फल पाने के लिए चींटियों को आटा खिलाएं।
तुला राशि
सूर्यदेव ने आपके दूसरे स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध सीधे-सीधे आपकी आर्थिक स्थिति और धन से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन लाभ होगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आपका काम अच्छा चलेगा। लिहाजा इस दौरान सूर्यदेव की कृपा से शुभ फल पाने के लिए मन्दिर में नारियल तेल की शीशी दान करें।
वृश्चिक राशि
सूर्यदेव ने आपके पहले स्थान, यानी लग्न स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके शरीर, प्रेम-संबंध, यश-सम्मान और योग्यता से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आप शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। प्रेम-संबंधों में आपको सफलता मिलेगी। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। आप अपनी योग्यता से दूसरों का दिल जीतने में कामयाब रहेंगे। साथ ही आपकी संतान के कोर्ट-कचहरी संबंधी सभी कार्य आसानी से पूरे होंगे। लिहाजा 16 दिसम्बर तक सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए सुबह स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
धनु राशि
सूर्यदेव ने आपके बारहवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध शैय्या सुख और व्यय से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपके जीवन में शैय्या सुख बना रहेगा, लेकिन इस दौरान आपको पैसों के मामले में अपने हाथ थोड़े खींचकर रखने चाहिए। आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। लिहाजा 16 दिसम्बर तक बिना वजह खर्चों से बचे रहने के लिए और शैय्या सुख का लाभ पाने के लिए आपको धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देना चाहिए और सुबह के समय अपने
घर के खिड़की, दरवाजे खोलकर रखने चाहिए।
मकर राशि
सूर्यदेव ने आपके ग्यारहवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आमदनी और कामना पूर्ति से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। आपके सामने अच्छे प्रॉफिट के नए बिजनेस प्रपोजल आ सकते हैं। जल्द ही आपकी कोई खास इच्छा भी पूरी हो सकती है। लिहाजा इस दौरान गोचर के शुभ स्थिति का लाभ पाने के लिए किसी मंदिर में गुड़ से बने हलवे का प्रसाद चढ़ाएं।
कुंभ राशि
सूर्यदेव ने आपके दसवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके करियर और पिता से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको करियर में नई कामयाबी मिलेगी। काम के प्रति आपकी मेहनत सफल होगी। साथ ही आपके पिता की बेहतरी सुनिश्चित होगी और पिता के साथ आपके संबंध अच्छे होंगे। लिहाजा इस दौरान सूर्यदेव की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए सूर्य भगवान को गुग्गल की धूप दिखानी चाहिए।
मीन राशि
सूर्यदेव ने आपके नवें स्थान में गोचर किया है। जन्मपत्रिका में इस स्थान का संबंध आपके भाग्य से है। सूर्यदेव के इस गोचर के प्रभाव से आपको 16 दिसम्बर तक किस्मत का साथ पाने में कुछ परेशानी हो सकती है। आपको उम्मीद के अनुसार अपने काम का फल नहीं मिल पायेगा। अतः सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिए और किस्मत का सहयोग पाने के लिए पीपल के पेड़ की डालियों को स्नान के पानी में डालकर कुछ समय बाद स्नान करें।
श्री ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।
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