Budh Vakri 2022: बुध की उल्टी चाल शुरू, वृष सहित इन राशियों के खुल जाएंगे किस्मत के ताले
14 जनवरी 2022 को बुध मकर राशि में वक्री हो रहे है और 4 फरवरी की सुबह 9 बजकर 40 मिनट तक मकर राशि में ही वक्री गति से गोचर करते रहेंगे।
Highlights
- बुध मकर राशि में वक्री हो रहा है
- बुध के उल्टी चाल से हर राशियों के जीवन पर अच्छा और बुरा असर पड़ेगा
14 जनवरी 2022 यानी मकर संक्रांति के मौके पर सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के अलावा शाम 5 बजकर 13 मिनट पर बुध भी मकर राशि में वक्री हो रहे है और 4 फरवरी की सुबह 9 बजकर 40 मिनट तक मकर राशि में ही वक्री गति से गोचर करते रहेंगे। उसके बाद मार्गी हो जाएंगे।
क्या होता है मार्गी और वक्री होना?
बुध के इस वक्री गोचर को समझने के लिए आपको मार्गी और वक्री का अर्थ समझना होगा। हमारे सौर मण्डल के सारे ग्रह एक दूसरे से लाखों किलोमीटर दूर हैं और सभी सूर्य का चक्कर लगाते रहते हैं, सबके अपने अपने परिक्रमा पथ हैं। सबकी तरह पृथ्वी का भी अपना परिक्रमा पथ है और वह भी सूर्य का चक्कर लगाती रहती है। कभी कभी पृथ्वी किसी धीमे चल रहे ग्रह के बगल से तेजी से गुजरती है तो धीमे चल रहा ग्रह पीछे छूटता जाता है जैसे वह उल्टी दिशा में जा रहा हो। आप सब ने अनुभव किया होगा कि अगर एक धीमे चल रही रेल गाड़ी के बगल से दूसरी रेल तेजी से गुजरे तो धीमी वाली रेल पीछे जाती हुई लगती है जबकि वास्तव में वो उसी दिशा में जा रही होती है जिधर दूसरी जा रही होती है लेकिन आभास होता है कि वो पीछे जा रही है। ठीक वही बात ग्रहों और पृथ्वी के बीच घटित होती है। इसी को वक्री या मार्गी कहते हैं। जब उल्टा चलता हो तो वक्री और जब सीधा चले तो मार्गी।
भारतीय ज्योतिष के अनुसार बुध ज्योतिष विद्या, शिल्प, कम्प्यूटर, वाणिज्य और चतुर्थ तथा दशम स्थान के कारक है। ये बुद्धि और वाणी के देवता हैं। इनका सीधा प्रभाव दिमाग से मेहनत वाले कार्यों पर पड़ता है और शरीर में मुख्य रूप से गले और कंधों पर इसका प्रभाव रहता है। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए वक्री बुध के मकर राशि में प्रवेश से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, साथ ही इस दौरान निगेटिव सिचुएशन से बचने के लिए और पॉजिटिव सिचुएशन का लाभ पाने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
बुध का वक्री गोचर आपके दसवें स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपको करियर में सफलता मिलेगी, साथ ही आपके पिता की भी तरक्की होगी। नयी चीजों को सीखने का मन करेगा। शस्त्र आदि के काम से जुड़े लोगों को विशेष फायदा होगा, साथ ही किसी की मदद का गलत फायदा न उठाएं। शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए इस दौरान बाहर का खाना-पीना अवॉयड करें।
वृष राशि
बुध का वक्री गोचर आपके नौवें स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आर्थिक लाभ के साथ आयु में भी वृद्धि होगी, साथ ही आपकी सेहत अच्छी रहेगी। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 4 फरवरी तक लोहे की लाल रंग की गोली अपने पास रखें।
मिथुन राशि
बुध का वक्री गोचर आपके आठवें स्थान पर हुआ है। यह स्थान आयु से संबंध रखता है। बुध के इस गोचर से शुभ फलों की प्राप्ति के लिये आपको थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। आपको इस दौरान मकान भी बदलना पड़ सकता है। अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये 4 फरवरी तक मिट्टी के बर्तन में पिसी हुई शक्कर या शहद भरकर वीराने में दबा दें।
कर्क राशि
बुध का वक्री गोचर आपके सातवें स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपको धन लाभ मिलेगा। जो लोग दस्तकारी के काम से जुड़े हैं, उन्हें विशेष लाभ होगा। साथ ही अगर आपके ऊपर कोई मुकदमा या केस चल रहा है, तो 4 फरवरी तक उसकी दलीलें आपके पक्ष में होंगी। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये अपनी बहन, बुआ को हरे रंग का कुछ गिफ्ट करें।
सिंह राशि
बुध का वक्री गोचर आपके छठे स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपका दिल बड़ा होगा। आप दूसरों की मदद करेंगे। कोई भी काम धैर्य से करने पर सफलता मिलेगी और साथ ही धन लाभ मिलेगा। साथ ही बुध का यह गोचर आपकी वाणी को प्रभावशाली बनाएगा। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए किसी शुभ कार्य के लिये घर से बाहर जाते समय कन्या को फूल गिफ्ट करें।
कन्या राशि
बुध का वक्री गोचर आपके पांचवें स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। किसी भी कार्य में आपकी रुचि बढ़ेगी। वहीं जिनके पहले से बच्चे हैं, उनके बच्चों की तरक्की होगी और जीवन में भरपूर रोमांस मिलेगा। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये गाय की सेवा करें, स्वयं का और संतान का भाग्य उत्तम होगा।
तुला राशि
बुध का वक्री गोचर आपके चौथे स्थान पर हुआ है। बुध का यह गोचर आपके साथ-साथ दूसरों के लिये भी शुभ होगा। आपको भूमि-भवन और वाहन का सुख मिलेगा, लेकिन इस बीच अपनी माता के स्वास्थ्य का खास ख्याल रखने की जरूरत है। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिए 4 फरवरी तक केसर का तिलक मस्तक पर लगाएं।
वृश्चिक राशि
बुध का वक्री गोचर आपके तीसरे स्थान पर हुआ है। बुध का यह गोचर आपकी आयु में वृद्धि करेगा और दूसरों के साथ आपके अच्छे सम्बन्ध
बनायेगा। 4 फरवरी तक आप अपने विचारों को अभिव्यक्त करने की पूरी कोशिश करेंगे। आप और आपके भाई-बहनों को मेहनत के अनुसार लाभ मिलेगा। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए रात को फिटकरी के नमकीन पानी में हरे मूंग भिगोकर रख दें और सुबह उठकर पशुओं को खिला दें।
धनु राशि
बुध का वक्री गोचर आपके दूसरे स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपके धनकोष में वृद्धि होगी। साथ ही आपके परिवार वालों के लिये भी यह फायदेमंद होगा। आपकी बौद्धिक क्षमता अच्छी होगी और माता का सुख मिलेगा। शत्रुओं पर विजय पाने में कामयाब होंगे। इस वक्री गोचर का शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अगर पहन सकते हैं तो नाक में चांदी पहनें। इसके अलावा मिट्टी का खाली घड़ा ढक्कन लगाकर पानी में बहा दें।
मकर राशि
वक्री बुध गोचर आपके पहले स्थान पर यानी लग्न स्थान पर हुआ है। लग्न स्थान पर बुध के इस गोचर से आपको धन की प्राप्ति होगी। साथ ही प्रेम-संबंधों में मजबूती आयेगी और संतान पक्ष को न्यायालय से लाभ मिलेगा। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिए अपने किसी भी काम को करने से पहले उसकी दिशा सूची तैयार कर लें, ताकि बाद में आपका ध्यान न भटके।
कुंभ राशि
बुध का वक्री गोचर आपके बारहवें स्थान पर हुआ है। बुध का यह गोचर आपको शैय्या सुख दिलायेगा। समाज में आपका और आपके परिवार का मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। लेकिन 4 फरवरी तक आपको अपने पैसे संभालकर रखने की जरूरत है। अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए भगवान गणेश की उपासना करें और ‘ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
बुध का वक्री गोचर आपके ग्यारहवें स्थान पर हुआ है। बुध के इस गोचर से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। साथ ही यह आपकी संतान की तरक्की करायेगा। इस दौरान आपको कुछ नया हुनर सीखने का मौका मिलेगा। इसलिए समय की कीमत को पहचानकर ही आगे बढ़ें। शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए तांबे का पैसा गले में धारण करें।