जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज करने वाले अगर बुलडोजर चलाने लगेंगे तो देश में संविधान का राज कहां रहेगा। गहलोत ने साथ ही कहा कि संविधान की शपथ लेकर उसके विपरीत व्यवहार करने वालों को देश की जनता को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। गहलोत ने यह टिप्पणी मध्य प्रदेश में रामनवमी के जुलूस पर पथराव करने के आरोपियों के ‘‘अवैध’’ ढांचों को गिराए जाने की खबरों पर कटाक्ष करते हुए की।
आंबेडकर जयंती पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में गहलोत ने रामनवमी पर राजस्थान में एक भी जगह अप्रिय घटना नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘बाकी कई राज्यों में दंगे हो गए, बुलडोजर चल रहे हैं। ये बुलडोजर चलने वाली बीमारी कहां से आ गई? अगर राज करने वाले बुलडोजर चलाएंगे तो आंबेडकर का राज कहां रहेगा उनका संविधान कहां रहेगा।’’
उन्होंने किसी घटना का नाम लिए बिना कहा,‘‘ किसने नारे लगवाए किसने दंगे भड़काए पता नहीं, पुलिस ने सूची बनाई, बुलडोजर गए और मकान ढहाने लगे। जिनके घरों पर बुलडोजर चल रहे हैं वे गरीब रो रहे थे।’’ गहलोत के अनुसार,‘‘ कानून की रक्षा करना ही आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि है।’’ उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि सत्ता में बैठे लोगों को महंगाई एवं बेरोजगारी जैसी समस्याओं पर बुलडोजर चलाना चाहिए, लेकिन भाजपा के बुलडोजर पर तो नफरत और दहशत सवार है। उन्होंने मध्य प्रदेश के खरगौन में राम नवमी पर हुई हिंसा के आरोपियों के घरों एवं दुकानों पर बुलडोजर चलाए जाने की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘महंगाई और बेरोज़गारी ने देश की जनता का दम निकाल दिया है। सरकार को लोगों की इन समस्याओं पर बुलडोजर चलाना चाहिए। मगर भाजपा के बुलडोजर पर तो नफ़रत और दहशत सवार है।’’
इनपुट-भाषा