A
Hindi News राजस्थान VIDEO: राजस्थान में पानी के संकट पर जलदाय मंत्री बोले- फूंक मारकर, बालाजी बनकर पानी ला दूं!

VIDEO: राजस्थान में पानी के संकट पर जलदाय मंत्री बोले- फूंक मारकर, बालाजी बनकर पानी ला दूं!

राजस्थान में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। यहां कुछ हिस्से में तापमान 48 डिग्री के पार पहुंच गया है। भीषण गर्मी के बीच यहां जल संकट भी गहराने लगा है। इसे लेकर प्रदेश के पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी का बयान सामने आया है।

जल संकट पर जलदाय मंत्री का बयान- India TV Hindi जल संकट पर जलदाय मंत्री का बयान

राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच भयंकर जल संकट बना हुआ है। शहरों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह चरमरा गई है। इस बीच, राजस्थान के पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि बीसलपुर से भी इस साल अतिरिक्त पानी लिया गया है। जहां-जहां पानी की डिमांड आएगी, वहां जरूरत के अनुसार पानी सप्लाई किया जाएगा। उन्होंने जनता से अपील की कि पानी का सदुपयोग करें। 

इस बीच, मीडिया के सवाल पर उन्होंने यह तक कह दिया कि जितना पानी है, उतना ही सप्लाई कर सकते हैं। समाधान यह तो है नहीं कि फूंक मारकर पानी ला दूं या बालाजी (हनुमान जी) बनकर तुरंत पानी ले आऊं। उन्होंने कहा कि जितना पानी हमारे पास उपलब्ध होता है, वही डिस्ट्रीब्यूशन करूंगा। उसमें कोई बेईमानी हुई तो सुचारू करेंगे। जो लीकेज हो रहा है उसको रोकेंगे। जो चोरी हो रहा है, वह लोग रोकेंगे।

"...तब अधिकारियों पर होगी कार्रवाई"

उन्होंने कहा कि प्रदेश में भीषण गर्मी के दौरान आमजन को राहत प्रदान करने और पेयजल व्यवस्था को सुदृढ बनाए रखने के लिए बेहतर प्रबंधन किया जा रहा है, जिससे आमजन किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। मंत्री ने कहा कि विभाग की ओर से स्वीकृत किए गए कार्यों में धीमी प्रगति करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। 

"टैंकरों का संचालन किया जा रहा है"

मंत्री ने कहा कि समस्याग्रस्त क्षेत्रों में पानी उपलब्ध करवाए जाने के लिए विभाग की ओर से नि:शुल्क पेयजल परिवहन के उद्देश्य से टैंकरों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टैंकरों द्वारा जल परिवहन की सुदृढ मॉनिटरिंग जीपीएस, ओटीपी एवं तीन कूपन के माध्यम से की जा रही है। उन्होंने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने के लिए समस्याग्रस्त क्षेत्रों में नलकूप एवं हैंडपंप स्वीकृत किए गए हैं और इनका समयवद्ध निर्माण सुनिश्चित करने के लिए विभागीय ड्रिलिंग एवं जीडब्लूडी की रिंग मशीन को तैनात किया गया है। 

ये भी पढ़ें-