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Hindi News राजस्थान इंडिया टीवी की खबर का असर, कोरोना वैक्सीन की बर्बादी के मामले की होगी जांच

इंडिया टीवी की खबर का असर, कोरोना वैक्सीन की बर्बादी के मामले की होगी जांच

राजस्थान के पाली में जिन दो वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की बर्बादी की रिपोर्ट इंडिया टीवी पर दिखाई थी, उस मामले में पाली कलक्टर ने जांच का आदेश दिया है। 

इंडिया टीवी की खबर का असर, कोरोना वैक्सीन की बर्बादी के मामले की होगी जांच- India TV Hindi Image Source : INDIA TV इंडिया टीवी की खबर का असर, कोरोना वैक्सीन की बर्बादी के मामले की होगी जांच

पाली: राजस्थान के पाली में जिन दो वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की बर्बादी की रिपोर्ट इंडिया टीवी पर दिखाई थी, उस मामले में पाली कलक्टर ने जांच का आदेश दिया है। उन्होंने मेडिकल टीम को आदेश दिया है कि मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपी जाए। इंडिया टीवी के रिपोर्टर मनीष भट्टाचार्य राजस्थान के पाली जिले में गए थे जहां कुछ कम्युनिटी हेल्थ सेंटर्स यानी स्वास्थ्य केंद्रों को वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाया गया है। इन वैक्सीनेशन सेंटर्स पर 18 साल से 44 साल के तक लोगों को टीका लगाने के लिए स्लॉट बुक करना पड़ता है लेकिन 45 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को बिना अप्वाइंटमेंट के टीका लगाया जाता है। 

मनीष भट्टाचार्य ने पाली में कोट खिराना के कम्युनिटी सेंटर में जो कुछ देखा वो वाकई में हैरान करनेवाला था। यहां हेल्थ सेंटर के डस्टबिन में कोरोना वैक्सीन के वायल्स मिले और इनमें से कई ऐसे वायल्स थे जिनमें वैक्सीन की डोज मौजूद थी। 

इसके बाद मनीष भट्टाचार्य पाली जिले के ही रायपुर कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पहुंचे। इस वैक्सीनेशन सेंटर का भी यही हाल था। यहां भी वैक्सीन के ऐसे कई बायल्स मिले जो आधे भरे हुए थे। इस सेंटर पर लोगों को कोविशील्ड के साथ कोवैक्सीन की डोज़ भी लग रही है इसलिए दोनों वैक्सीन के वायल्स थे। 

हालांकि यहां पर वायल्स कूड़ेदाने में नहीं मिलीं बल्कि इन्हें रखने के लिए एक बॉक्स मौजूद था। कोल्ड प्वाइंट बना था लेकिन जब मनीष ने हेल्थ सेंटर के डॉक्टर्स से पूछा कि आखिर वैक्सीन इस तरह से वेस्ट क्यों हो रही तो डॉक्टर ने जबाव दिया कि वायल खुलने के बाद चार घंटे के अंदर वैक्सीन का इस्तेमाल करना होता है। अगर चार घंटे में दस लोग वैक्सीन लगवाने नहीं आते तो बची हुई वैक्सीन को फेंकना पड़ता है।

पाली जिले की इस खबर को इंडिया टीवी पर दिखाए जाने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए। पाली के डीएम ने जल्द से जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।